अब भारत में भी हाइड्रोजन ट्रेन पर काम शुरू हुआ है। यदि यह प्रयोग सफल होता है तो रेलवे का खर्च काफी घट जाएगा। रेलवे बोर्ड के सूत्र बताते हैं कि इसी साल दिसंबर से इसका पायलट परीक्षण शुरू हो सकता है। बताया जाता है कि इसे चलाने में हर घंटे करीब 40,000 लीटर पानी का उपयोग किया जाएगा। इसकी स्पीड भी 140 किलोमीटर प्रति घंटे बतायी जाती है। हालांकि कुछ और तकनीक पर भी काम हो रहा है। यदि तकनीक सफल होती है तो फिर रेलवे कई हाइड्रोजन ट्रेन को शुरू कर सकता है।