भारत ने तोड़ा इंटरनेशनल कानून, लाखों लोगों को अब होगी मुश्किल... दुनिया के सामने गिड़गिड़ाए जस्टिन ट्रूडो
Updated on
21-10-2023 02:15 PM
ओटावा: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार को कहा कि 41 कनाडाई राजनयिकों की ‘इम्युनिटी’(राजनयिक छूट) को रद्द करने का भारत का फैसला वियना संधि का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इससे सभी देशों को चिंतित होना चाहिए। ट्रूडो का यह बयान राजनयिकों की संख्या में समानता सुनिश्चित करने के प्रयास को कनाडा की ओर से अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन के तौर पर पेश करने की कोशिश को भारत की ओर से खारिज किए जाने के कुछ घंटे के बाद आया है।
ओंटारियो के ब्राम्पटन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ट्रूडो ने कहा कि भारत सरकार, भारत और कनाडा में लाखों सामान्य लोगों के जीवन को ‘अविश्वसनीय रूप से मुश्किल’ बना रही है। उन्होंन कहा, ‘और, वे कूटनीति के एक बहुत ही बुनियादी सिद्धांत का उल्लंघन करके ऐसा कर रहे हैं।’ ट्रूडो ने दावा किया कि भारत ने जो कार्रवाई की वह अंतरराष्ट्रीय कानून के विपरीत है। उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार ने भारत में 40 कनाडाई राजनयिकों की राजनयिक छूट को एकतरफा रद्द करने का फैसला किया। यह वियना संधि और शासकीय कूटनीति का उल्लंघन है। वे अंतरराष्ट्रीय कानून और कूटनीति के एक बहुत ही बुनियादी सिद्धांत का उल्लंघन करना चुन रहे हैं।’
दुनिया के देशों को होनी चाहिए चिंता
कनाडा के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में दुनिया के सभी देशों को बहुत चिंतित होना चाहिए। यह अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन कर कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की कथित हत्या में भारत सरकार शामिल हो सकती है के हमारे आरोपों को खारिज कर रहा है। कनाडा ने अपने 41 राजनयिकों की वापसी के बाद घोषणा की है कि वह चंडीगढ़, मुंबई और बेंगलुरु में अपने वाणिज्य दूतावासों में सभी व्यक्तिगत सेवाओं को ‘रोक’ देगा और भारत में सभी कनाडाई लोगों को नयी दिल्ली में उच्चायोग में भेजने का निर्देश दे रहा है।
भारतीय छात्रों को होगी दिक्कत
जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि भारत के इस फैसले से यात्रा और व्यापार पर असर पड़ेगा। इसके साथ कनाडा में पढ़ने के लिए आने वाले भारतीय छात्रों के लिए भी मुश्किल होगी। कनाडा में 20 लाख भारतीय मूल से जुड़े लोग रहते हैं। कनाडा की कुल आबादी का यह पांच फीसदी हैं। वहीं कनाडा में विदेशों से पढ़ने के लिए पहुंचने वाले छात्रों में सबसे बड़ी संख्या भारतीयों की है जो लगभग 40 फीसदी है। भारत ने इससे पहले विएना संधि के उल्लंघन के आरोपों को खारिज कर दिया।
कराची में 12 मई को हजारों कट्टरपंथी नेताओं और आतंकवादियों ने पाकिस्तान सेना के समर्थन में रैली की। इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और अहले सुन्नत वल जमात शामिल थे।…
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को पंजाब प्रांत के सियालकोट पसरूर छावनी में पाकिस्तानी सैनिकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने भारत के अहंकार को…
वॉशिंगटन/नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। लेकिन शुरुआत में पश्चिमी देशों के अखबार ऐसा लग रहा था कि वो…
वॉशिंगटन/अंकारा: भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाले तुर्की के साथ अमेरिका ने एयर-टू-एयर मिसाइल बेचने का सौदा किया है। पाकिस्तान से लेकर गाजा तक कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाने वाले तुर्की…
इस्लामाबाद: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान फिलहाल युद्धविराम समझौते के लिए तैयार हो गये हैं। जिसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अरब इस्लामिक देशों को फोन लगा रहे हैं, जिन्होंने…
मॉस्को/नई दिल्ली: भारत के घरों में सालों से ये कहानी सुनाई जाती रही है कि 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में रूस ने कैसे हमारी मदद की थी। भारतीय जनमानस…
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने कभी अपने इस्लामी आधार को लेकर कभी कोई संकोच नहीं दिखाया है। पाकिस्तानी सेना के भारत के खिलाफ हालिया ऑपरेशन 'बुनयान उल मरसूस' का नाम इसका ताजा उदाहरण है।…
वॉशिंगटन: भारत ने उन तमाम रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में संवेदनशील परमाणु स्थलों पर बमबारी की गई थी। लेकिन…
इस्लामाबाद/नई दिल्ली: भारत के ऑपरेशन सिन्दूर में पाकिस्तान में कितनी तबाही मचाई है, उसकी रिपोर्ट अब आ गई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के हमलों में पाकिस्तान के…