बांग्लादेश में दुर्गापूजा के लिए बन रही प्रतिमा को तोड़ने की घटना सामने आई है। मेघालय बॉर्डर से सटे बांग्लादेश के शेरपुर जिले में 31 अगस्त की रात कुछ उपद्रवियों ने एक मंदिर में इस घटना को अंजाम दिया। उपद्रवियों ने शनिवार देर रात को शेरपुर के बरवारी मंदिर का ताला तोड़ा और अंदर दाखिल हो गए।
मंदिर समिति के महासचिव सागर रविदास ने बताया कि कुछ उपद्रवी मंदिर का ताला और चैन तोड़ कर अंदर घुसे। इसके बाद उन्होंने मिट्टी से बन रही माता की प्रतिमा को तोड़ दिया। इसके बाद पेट्रोल छिड़कर प्रतिमा को जलाने का प्रयास भी किया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और सेना के जवान मौके पर पहुंचे।
हालांकि किसी वजह से प्रतिमा में आग नहीं लग पाई। इसके बाद उपद्रवी घटना स्थल से भाग निकले।
पुलिस बोली- आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेंगे
स्थानीय पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी कय्युम खान सिद्दकी ने कहा कि मामले की जांच के बाद उपद्रवियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। हालांकि घटना में अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बांग्लादेश में नई सरकार के गठन के बाद से हिंदुओं में भय फैला हुआ है।
हालांकि सरकार ने हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर भरोसा दिया है। हाल ही बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के महासचिव राना दासगुप्ता के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया गया था। इसके विरोध में हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया था।
अल्पसंख्यक शिक्षकों से इस्तीफे लिए जा रहे
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के मुताबिक देश में नई सरकार के गठन के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाले शिक्षकों से जबरन इस्तीफे कराए जा रहे हैं। अब तक अल्पसंख्यक समुदाय के 49 शिक्षक इस्तीफे कराए चुके हैं। इनमें से सिर्फ 19 को बहाली हो पाई है।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और बांग्लादेश पूजा उदयापन परिषद ने 9 अगस्त को अंतिरम सरकार के चीफ एडवाइजर को एक ओपन लेटर लिखा था।
इस लेटर में सरकार से अल्पसंख्यकों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा था। हसीना सरकार के पतन के बाद से 52 जिलों में हिंदुओं पर हमले की 205 धटनाएं सामने आई थी। इन घटनाओं का जिक्र भी परिषद ने ओपन लेटर में किया था।