पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के ऑफिस में सोमवार को सुरक्षाबलों ने छापा मारा। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने ऑफिस को सील कर दिया। साथ ही पार्टी के कई बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसमें PTI के सूचना सचिव रऊफ हसन भी शामिल हैं। पार्टी अध्यक्ष गौहर खान ने कुछ दिन पहले सुरक्षाबलों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पिछले दो महीनों में पार्टी के 10 बड़े नेताओं को अगवा किया है। इसके अलावा पुलिस महिला कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती गाड़ियों में बैठाकर अपने साथ ले गई। यह कार्रवाई ऐसे समय की गई जब जेल में बंद इमरान ने एक हफ्ते पहले कहा था कि उनकी पार्टी देशभर में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन करेगी।
एक हफ्ते पहले पार्टी पर बैन लगाया
इससे पहले इमरान खान को 3 केस में जमानत दिए जाने के बाद UN ने कहा था कि इमरान खान को गैरकानूनी तरीके से जेल में रखा गया है। ऐसे लगता है सरकार इमरान की पार्टी को खत्म करना चाहती है। शहबाज सरकार ने भी एक हफ्ते पहले कहा था कि वे PTI पर बैन लगाने जा रहे हैं।
इसके बाद शहबाज सरकार में आईटी मंत्री अताउल्लाह तरार ने बैन की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार ने देशद्रोही गतिविधियों में शामिल होने के चलते पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को बैन करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और PTI एक साथ नहीं रह सकते हैं।
'जेल की लंबाई 7 फीट, हिलने-डुलने में परेशानी हो रही'
21 जुलाई को इमरान खान ने कहा था कि उन्हें आतंकवादी की तरह पिंजरे में कैद किया गया है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, इमरान ने बताया था कि वे 7 बाई 8 फीट की जेल में रह रहे हैं। उनकी लंबाई 6 फीट 2 इंच है। इस वजह से उन्हें हिलने-डुलने में मुश्किल हो रही है।
इमरान ने कहा था कि मैं हमेशा एजेंसियों की निगरानी में रहता हूं। मेरी 24 घंटे निगरानी की जाती है। यहां तक की मुझे किसी से भी मिलने नहीं दिया जाता है। इमरान करीब एक साल से जेल में बंद है। वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के मुताबिक इमरान रावलपिंडी की अदियाला जेल में शाही सुविधा का आनंद ले रहे हैं।
खान पर 100 से ज्यादा मामले
इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को फर्जी निकाह केस में इस्लामाबाद कोर्ट ने 13 जुलाई को बरी कर दिया था। सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद कोर्ट ने आदेश दिया था कि इन्हें फौरन रिहा किया जाए। हालांकि अदालत के आदेश के 5 घंटे बाद ही नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB ) की टीम ने उन्हें तोशाखाना से जुड़े एक दूसरे मामले में फिर से गिरफ्तार कर लिया था।
इमरान खान पर 100 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। इस्लामाबाद की स्थानीय कोर्ट ने उन्हें 5 अगस्त, 2023 को तोशाखाना के केस में दोषी करार दिया था। इसके बाद उन्हें इस्लामाबाद के जमान पार्क स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। बाद में उन्हें 2 और मामलों में दोषी करार दिया गया था।
अंग्रेजी अखबार डॉन के मुताबिक, अगर इमरान जेल से बाहर आते हैं तो, वे पाकिस्तान में दोबारा चुनाव की मांग को उठाएंगे। इस साल हुए आम चुनाव में इमरान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी आधिकारिक तौर पर हिस्सा नहीं ले पाई थी।
इमरान खान के एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर 5 जुलाई को हुई एक पोस्ट में इस साल 8 फरवरी को हुए आम चुनावों को फर्जी बताया गया था। ऐसे में शहबाज सरकार या फौज नहीं चाहेगी की खान किसी भी कीमत पर रिहा हों।
जेल में रहकर भी सबसे ज्यादा सीटें जीतीं
पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव हुए। इनसे पहले खान को एक के बाद एक लगातार 3 मामलों में दोषी करार दे दिया गया था। इससे वे चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाए थे। चुनाव से पहले उनका पार्टी चुनाव चिह्न छीन लिया गया था। पार्टी के सभी नेता निर्दलीय चुनाव लड़े थे। इसके बावजूद खान की पार्टी PTI के समर्थकों को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली की 342 सीटों में से 93 सीटें मिलीं।