चाहते हैं साठ के बाद ठाठ तो जान लीजिए म्यूचुअल फंड की फ्रीडम एसआईपी को
Updated on
29-08-2023 02:48 PM
मुंबई: आजकल लोग रिटायरमेंट के लिए 60 साल का इंतजार नहीं करना चाहते। 50 के बाद रिटायर हो कर मन की करने को दिल करने की चाहत बहुतों को होती है। दुनिया के कुछ देशों में तो 45 साल के बाद ही लोग बिंदास जीवन जीने लगते हैं। इसके लिए जरूरी होती है कि आप आर्थिक रूप से मजबूत हों। मतलब कि फाइनेंशियल फ्री (Financially Free) हो। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी को जीवन के विभिन्न खर्चों को पूरा करने के लिए कैश के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती है।
सपना नहीं हकीकत में हो सकता है ऐसा
खर्च पूरा करने के लिए चिंता की जरूरत नहीं, यह सपना नहीं बल्कि हकीकत में हो सकता है ऐसा। म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर पराग शाह कहते हैं कि कई लोगों को यह एक अवास्तविक स्थिति लग सकती है, लेकिन क्या होगा अगर यह सच हो जाए! इसे वास्तविकता बनाने के लिए, बाजार में कई साधन उपलब्ध हैं। इस पर आप भी अमल कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में फ्रीडम एसआईपी ऐसा ही एक सोल्यूशन है।
क्या है फ्रीडम एसआईपी
शाह बताते हैं, फ्रीडम एसआईपी सामान्य एसआईपी (Mutual Fund SIP) पर एक ऐड-ऑन सुविधा है। इसमें निवेश की अवधि 8 साल से 30 साल तक है। निवेशकों के पास यह चुनने की सुविधा है कि वे कितने वर्षों तक एसआईपी करना चाहते हैं। एक बार जब यह अवधि समाप्त हो जाती है, तो निवेशक को मंथली पेमेंट मिलता है जो मूल एसआईपी राशि के गुणक में होता है। दिलचस्प बात यह है कि निवेश का कार्यकाल जितना अधिक होगा, मंथली पेमेंट उतनी ही अधिक होगी। इस प्रकार, एसआईपी अवधि समाप्त होने के बाद निवेशक मासिक आधार पर स्वचालित व्यवस्थित निकासी के रूप में अपने निवेश का लाभ उठा सकते हैं।
दो टूल का है संयोजन
उनका कहना है कि फ्रीडम एसआईपी, दो शक्तिशाली व्यवस्थित इनवेस्टमेंट टूल्स - एसआईपी और एसडब्ल्यूपी का एक संयोजन है। इसके चार चरण हैं जिसमें निवेशक पहले निर्धारित समय अवधि के लिए एसआईपी के माध्यम से इकाइयां जमा करते हैं। एक बार जब एसआईपी अवधि समाप्त हो जाती है, तो स्रोत योजना में संचित धनराशि को लक्ष्य योजना में बदल दिया जाता है, जिसमें अपेक्षाकृत कम जोखिम प्रोफ़ाइल होती है। तीसरे चरण में, व्यवस्थित निकासी योजना या एसडब्ल्यूपी लक्ष्य योजना से शुरू होती है जिसमें मासिक भुगतान का सम्मान करने के लिए आनुपातिक इकाइयों का परिसमापन शामिल होता है।
निवेशकों के लिए है दूसरी आय
फ्रीडम एसआईपी का उद्देश्य निवेशकों को उनके लक्ष्यों को पूरा करते हुए एक सुखद निवेश अनुभव प्रदान करना और उन्हें सेकेंडरी कैश फ्लो प्राप्त करने में सक्षम बनाना है। यह निवेशकों के लिए दूसरी आय की तरह है जबकि वे अपने जुनून का खुलकर पालन करते हैं। यह वास्तव में फाइनेंशियल फ्रीडम का आनंद लेने का एक प्रभावी तरीका है। इस दिश में जितनी जल्द शुरुआत की जाए, उतना अच्छा परिणाम दिखेगा।
नई दिल्ली: अमेरिका की एयरोस्पेस कंपनी बोइंग के शेयरों में बुधवार को शानदार तेजी आई। कंपनी को कतर एयरवेज से एक बहुत बड़ा ऑर्डर मिला है। इसे अब तक की सबसे बड़ी डील…
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने Apple Inc. के टिम कुक से भारत में प्लांट बनाना बंद करने को कहा है। आईफोन बनाने वाली यह कंपनी भारत में बड़े पैमाने पर…
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान हाल में जंग के मुहाने पर पहुंच गए थे। इस तनातनी में तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तुर्की ने पाकिस्तान…
नई दिल्ली: पाई नेटवर्क क्रिप्टोकरेंसी इस समय काफी चर्चा में है। यह चर्चा इसकी तेजी से बढ़ती और गिरती कीमत को लेकर है। कभी पाई कॉइन की कीमत रातों रात आसमान पर पहुंच जाती है…
नई दिल्ली: कंगाल पाकिस्तान ने हाल में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में नाक कटाकर जितनी रकम पाई है, भारत को उससे कहीं ज्यादा का 'गिफ्ट' मिलने वाला है। अर्थशास्त्रियों का मानना…
नई दिल्ली: सरकार बैंकों और दूसरे संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर एक नई प्रक्रिया बना रही है, जिससे फ्रॉड के लिए इस्तेमाल होने वाले 'म्यूल' बैंक अकाउंट्स को सही समय में…
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए संघर्ष में तुर्की और अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था। इस कारण लोगों में इन देशों के खिलाफ नाराजगी है और…
नई दिल्ली: सोना तो सोना है। कोयला को भी औद्योगिक जगत में 'काला सोना' कहा जाता है। यूं तो भारत में कोयले की कमी नहीं है, लेकिन यदि क्वालिटी वाले या बढ़िया…
मुंबई: वैसे तो इस समय आईपीओ मार्केट सूना पड़ा है। चालू वित्त वर्ष का पहला मेनबोर्ड आईपीओ एथर एनर्जी का आया था। उसमें भी निवेशकों के हाथ जल गए थे। लेकिन अभी…