शाहिद अफरीदी अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं। उन्होंने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे माहौल को शांत होने के बाद पाकिस्तान में विकट्री मार्च निकाला था। इसके अलावा अफरीदी पाकिस्तान की जनता को भड़काते हुए नजर आए थे।
पहलगाम में हुए हमले के बाद शाहिद अफरीदी काफी एक्टिव दिखे। इस विवाद के बीच वह अटारी वाघा बॉर्डर पर भी गए। उन्होंने भारत के खिलाफ कई बातें कहीं। एक बयान में उन्होंने कहा कि भारत खुद ही अपने लोगों को मरवाकर पाकिस्तान पर इल्जाम लगा देता है। पाकिस्तान के एक टीवी प्रोग्राम में अफरीदी ने भारतीय सेना को 'नालायक निकम्मा' तक कह दिया। इसके अलावा, वह पहलगाम हमले में पाकिस्तान का हाथ होने का सबूत भी मांग रहे थे।
शाहिद अफरीदी ने एक बार खुलकर यासीन मलिक का समर्थन किया था। उन्होंने दावा किया था कि यासीन मलिक पर जो भी आरोप लगे हैं, वे सब मनगढ़ंत हैं। अफरीदी ने यासीन मलिक को रिहा करने की मांग की थी। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (U।N।) से यह भी कहा था कि कश्मीरी नेताओं के खिलाफ जो गलत और गैरकानूनी मुकदमे चल रहे हैं, उन पर ध्यान दिया जाए। यासीन मलिक वही आतंकवादी है, जिसने 1990 में एक हमले में भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के 4 जवानों को मार डाला था। भारतीय क्रिकेटर अमित मिश्रा ने अफरीदी को जवाब देते हुए कहा था कि मलिक ने खुद अदालत में अपना गुनाह कबूल किया है।
शाहिद अफरीदी अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं। उन्होंने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे माहौल को शांत होने के बाद पाकिस्तान में विकट्री मार्च निकाला था। इसके अलावा अफरीदी पाकिस्तान की जनता को भड़काते हुए नजर आए थे।