फ्रांस में शुक्रवार रात UAE से निकारागुआ जा रहे एक प्लेन को मानव तस्करी के शक में रोक लिया गया। इसमें 303 भारतीय मौजूद थे, जो फिलहाल फ्रांस की हिरासत में हैं। मामले की 4 जजों के सामने सुनवाई शुरू हो गई है, जो 2 दिन तक चलेगी। इसके बाद अदालत फैसला करेगी कि उन्हें आजाद किया जाएगा या फिर हिरासत को आगे बढ़ाया जाना है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 303 में से 11 भारतीय नाबालिग हैं, जिनके माता-पिता उनके साथ नहीं हैं। वहीं, न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक प्लेन में सवार ज्यादातर भारतीय पंजाब और गुजरात के बताए गए हैं। ये लोग निकारागुआ से अमेरिका में घुसना चाहते थे।
मामले को लेकर एक रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी गई है। रविवार रात न्यूज एजेंसी एएफपी ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि रोके गए पैसेंजर्स को सोमवार 25 दिसंबर को आगे के सफर की मंजूरी मिल सकती है। हालांकि, वो कहां जाएंगे, इसकी जानकारी फ्रेंच अथॉरिटीज ने नहीं दी है।
जज करेंगे फैसला
रिपोर्ट के मुताबिक- सोमवार शाम तक सभी 303 लोगों से बातचीत पूरी हो जाएगी। इसके बाद चार जजों का पैनल सरकार के नुमाइंदों से बातचीत करेगा। फिर यह तय किया जाएगा कि इन लोगों को कब यात्रा की मंजूरी दी जा सकती है। हालांकि, ये लोग कहां जाएंगे, इसका फैसला सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।
एयरपोर्ट पर रोजाना लोगों से मुलाकात कर रहे भारतीय अधिकारी
फ्रांस ने सभी लोगों के लिए एयरपोर्ट पर ही रहने और खाने की व्यवस्था की है। बच्चों की पढ़ाई के लिए एड-होक ट्यूटर रखे गए हैं। यहां रोज भारत के अधिकारी उनसे मुलाकात कर रहे हैं। फ्रांस में विदेशी नागरिकों को 4 दिन से ज्यादा हिरासत में नहीं रख सकते हैं। इसके लिए जज से परमिशन लेनी पड़ती है, जो उनकी हिरासत को 8 दिन बढ़ा सकते हैं।
हालांकि गंभीर मामलों में हिरासत का वक्त 24 दिन भी किया जा सकता है। वहीं, फ्रांस ने फ्लाइट ऑपरेट कर रहे प्राइवेट जेट के क्रू मेंबर्स से भी पूछताछ की है। इसके बाद उन्हें आजाद कर दिया गया है।
जांच पूरी होने तक उड़ान नहीं
पेरिस पुलिस ने भी इस एयरक्राफ्ट को रोके जाने की पुष्टि की थी। इसके मुताबिक एक सीक्रेट इन्फॉर्मेशन मिली थी। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाएगी तब तक फ्रांस की पुलिस एयरक्राफ्ट को नहीं छोड़ेगी।
प्लेन ने दुबई से टेकऑफ किया था और यह निकारागुआ के किसी हिस्से में उतरने वाला था। अब फ्रांस की इंटेलिजेंस एजेंसी और पुलिस मिलकर मामले की जांच कर रही हैं।
प्राइवेट कंपनी का चार्टर एयरक्राफ्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस एयरक्राफ्ट को वार्टी एयरपोर्ट पर पुलिस ने रोका है, वो रोमानिया की चार्टर कंपनी का है। वाट्री एयरपोर्ट पर फ्यूल और टेक्निकल मेंटेनेंस के लिए इसका उतरना पहले से तय था। लैंडिंग के कुछ देर बाद ही पुलिस की कई गाड़ियां यहां पहुंचीं और एयरक्राफ्ट को कब्जे में ले लिया।
फ्रांस की एंटी ऑर्गनाइज्ड क्राइम यूनिट को इस मामले की जांच सौंपी गई है। पुलिस के मुताबिक यह A340 एयरक्राफ्ट है। रोमानिया की लीजेंड एयरलाइंस ने इस प्लेन को कुछ लोगों के लिए बुक किया था। मामले की जांच कर रहे एक अफसर ने कहा- हमें शक है कि इन भारतीयों को सेंट्रल अमेरिका में किसी जगह ले जाया जाना था। यह भी मुमकिन है कि इनमें से कुछ लोग कनाडा जाना चाहते हों।
फिलहाल, सभी पैसेंजर्स को रिसेप्शन हॉल में रखा गया है। पुलिस ने कहा- जांच पूरी होने तक हम इन्हें बेहतर सुविधाएं देंगे।
अमेरिका में अवैध रूप से घुसने वाले करीब 97 हजार भारतीय गिरफ्तार
अमेरिका में अवैध रूप से घुसने वाले करीब 97 हजार भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। ये आंकड़ा एक साल यानी अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 का है।
US कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन डेटा के मुताबिक गिरफ्तार किए गए 96,917 भारतीयों में से 30,010 भारतीय US-कनाडा बॉर्डर पर पकड़े गए। वहीं, 41,770 भारतीय US-मेक्सिको बॉर्डर पार करते समय गिरफ्तार हुए।
अमेरिकी सांसद जेम्स लैंकफोर्ड ने संसद में कहा- पिछले एक साल में लगभग 45,000 भारतीयों ने अवैध रूप से अमेरिका की दक्षिणी सीमा पार की है। इन भारतीयों को अपने देश में डर महसूस होता है।