हमास चीफ इस्माइल हानियेह को आज कतर की राजधानी दोहा में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक हानियेह को दोहा में लुसैल के एक कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। इससे पहले हानियेह के लिए कतर की सबसे बड़ी इमाम मुहम्मद बिन अब्दुल वहाब मस्जिद में अंतिम संस्कार की नमाज पढ़ी जाएगी।
हानियेह की मौत के बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है। इस बीच हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह ने इजराइल से बदला लेने का वादा किया है। उसने कहा कि फिलहाल इजराइली बहुत खुश लग रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में वे खूब रोएंगे। नसरल्लाह ने इजराइल से सभी मोर्चे पर खुली लड़ाई का ऐलान किया।
उसने कहा कि इजराइल ने रेड लाइन क्रॉस कर ली है। इजराइलियों को पता ही नहीं है कि इन मौतों पर हम कैसा जवाब देंगे। दूसरी तरफ, मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच एअर इंडिया ने 8 अगस्ता तक दिल्ली से तेल अवीव के लिए सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है।
इससे पहले तेहरान में कल यानी गुरुवार को उसे अंतिम विदाई दी गई। इसमें हजारों लोग शामिल हुए। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामनेई ने अंतिम यात्रा का नेतृत्व किया। इसके बाद हानियेह के शव को कतर लाया गया।
धमकी के बाद हिजबुल्लाह का हमला
नसरल्लाह की धमकी के कुछ ही घंटे बाद हिजबुल्लाह ने इजराइल पर एयर स्ट्राइक कर दी। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, हिजबुल्लाह ने लेबनान से उत्तरी इजराइल पर दर्जनों रॉकेट दागे।
इजराइली सेना के मुताबिक इसमें से सिर्फ 5 रॉकेट इजराइली सीमा में दाखिल पाए। इस हमले में किसी नुकसान की खबर नहीं है। हिजबुल्लाह ने कहा कि उन्होंने मेत्जुबा की उत्तरी इलाके से रॉकेट दागे।
इस हमले से कुछ ही देर पहले नेतन्याहू ने टीवी पर जनता को संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि इजराइल किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि कहीं से भी इजराइल के खिलाफ एक्शन लिया गया तो उसे भारी कीमत चुकानी होगी।
गाजा में स्कूल पर इजराइली सेना का हमला, 15 की मौत
इससे पहले इजराइली सेना ने गुरुवार को गाजा शहर के शेजिया में एक स्कूल पर हमला किया था, जिसमें 15 लोग मारे गए। इसके अलावा दर्जनों लोग घायल हो गए।
गाजा सिविल डिफेंस के प्रवक्ता ने बताया कि इजराइल ने दलाल अल-मुगराबी स्कूल पर तीन मिसाइलें दागीं। यहां पर सैकड़ों विस्थापित लोगों ने शरण ली थी। यहां मलबे में कई लोगों के दबे होने का अनुमान है।
इजराइली सेना ने दावा किया कि उसने स्कूल कैम्पस में छुपे हमास के लड़ाकों को निशाना बनाया था। ये सभी इजराइल के खिलाफ हमले की योजना बनाते थे। सेना ने दावा किया कि हमले से पहले वहां रहने वाले स्थानीय नागरिकों को बचाव के निर्देश दिए गए थे।
NYT का दावा- बम धमाके में मारा गया हानिए
हानियेह की मौत मंगलवार को तेहरान में हुई थी। उसकी मौत को लेकर अलग-अलग दावे किये गए। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने एक बयान में कहा कि हानियेह की मौत इजराइल के मिसाइल अटैक में हुई।
यह भी दावा है कि हानियेह की मौत से करीब 2 महीने पहले ही उसे मारने की प्लानिंग कर ली गई थी। अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स ने 2 ईरानी समेत मिडिल ईस्ट के 7 अधिकारियों के हवाले से यह दावा किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक हानियेह की मौत बम धमाके में हुई। जिस बम विस्फोट में वह मारा गया, उसे 2 महीने पहले छिपाकर तेहरान के उस गेस्ट हाउस में लगा दिया गया था, जिसमें हानियेह ठहरा था। जैसे ही हानियेह के वहां पहुंचने की पुष्टि हुई, किसी बाहरी इलाके से रिमोट के जरिए विस्फोट कर दिया गया।
ईरान बोला- हानियेह की मौत का बदला लेंगे
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने हानियेह की हत्या का जिम्मेदार इजराइल को ठहराया है। उन्होंने कहा कि इजराइल ने हमला करके अपने लिए मुसीबत बढ़ाई है। हानियेह को ईरान की जमीन पर मारा गया है। वह हमारा मेहमान था और इसलिए उनकी मौत का बदला लेना हमारा फर्ज है।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने हानियेह के शव के सामने प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने हानियेह के बच्चों को गले से भी लगाया। अल जजीरा के मुताबिक ईरान ने हानियेह की मौत के लिए अमेरिका को भी जिम्मेदार ठहराया है।