मोदी सरकार को बताया था मुस्लिम विरोधी
नाईक ने क्यों नहीं ली पाकिस्तान में शरण?
नाईक ने कहा, 'मेरे लिए पाकिस्तान जाना आसान होता। मैं पहले भी पाकिस्तान जा चुका हूं और वहां मेरे बहुत से समर्थक हैं।' उसने आगे कहा कि 'अगर मैं पाकिस्तान चला जाता, तो भारत मुझे ISI एजेंट करार दे देता और मेरे संस्थान को बंद करने के लिए झूठे प्रचार का इस्तेमाल करता, जिससे इस्लाम की शिक्षाओं को फैलाने के मेरे प्रयासों में बाधा आती।'