एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड और बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO का आज दूसरा दिन है। पहले दिन एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड का IPO टोटल 1.34 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में यह इश्यू 1.46 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) में 0.07 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 2.78 गुना सब्सक्राइब हुआ।
वहीं, बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड का IPO पहले दिन टोटल 1.88 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में यह इश्यू 2.65 गुना, QIB में 0.01 गुना और NII कैटगरी में 5.54 गुना सब्सक्राइब हुआ। दोनों IPO के लिए रिटेल निवेशक कल यानी 5 जुलाई तक बिडिंग कर सकते हैं। 10 जुलाई को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में दोनों कंपनियों के शेयर लिस्ट होंगे।
1. एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड इस IPO के जरिए टोटल ₹1,952.03 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ₹800 करोड़ के 7,936,507 फ्रेश शेयर इश्यू कर रही है। जबकि, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹1,152.03 करोड़ के 11,428,839 शेयर बेच रहे हैं।
मैक्सिमम 196 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते हैं रिटेल निवेशक
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹960-₹1008 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 14 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹1008 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,112 इन्वेस्ट करने होंगे।
वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 196 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹197,568 इन्वेस्ट करने होंगे।
ग्रे मार्केट में एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स का प्रीमियम 32.74%
लिस्टिंग से पहले कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 32.74% यानी ₹330 प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहुंच गया है। ऐसे में अपर प्राइस बैंड ₹1008 के हिसाब से इसकी लिस्टिंग ₹1338 पर हो सकती है। हालांकि इससे केवल अनुमान लगाया जा सकता है, शेयर की लिस्टिंग की प्राइस ग्रे मार्केट की प्राइस से अलग होती है।
1981 में एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की स्थापना हुई थी
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स भारत की एक फार्मा यानी दवाई बनाने वाली कंपनी है, जिसकी स्थापना 1981 में हुई थी। कंपनी दवाइयों को बनाने और ग्लोबल लेवल पर मार्केटिंग करने के साथ रिसर्च भी करती है।
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की भारत में 13 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं। ये फैसिलिटीज अलग-अलग फार्मास्यूटिकल और बायोफार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट का उत्पादन कर सकती हैं, जिनमें गोलियां, लिक्विड सबसेंट्स और इंजेक्शन सहित कई प्रोडक्ट शामिल हैं।
2. बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड
बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड इस IPO के जरिए टोटल ₹745 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी पूरे ₹745 करोड़ के 29,101,562 इश्यू कर रही है। कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल के जरिए एक भी शेयर नहीं बेच रहे हैं।
मैक्सिमम 754 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते हैं रिटेल निवेशक
बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹243-₹256 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 58 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹256 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,848 इन्वेस्ट करने होंगे।
वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 754 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹193,024 इन्वेस्ट करने होंगे।
ग्रे मार्केट में बंसल वायर इंडस्ट्रीज का प्रीमियम 23.44%
लिस्टिंग से पहले कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 23.44% यानी ₹60 प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहुंच गया है। ऐसे में अपर प्राइस बैंड ₹256 के हिसाब से इसकी लिस्टिंग ₹316 पर हो सकती है। हालांकि इससे केवल अनुमान लगाया जा सकता है, शेयर की लिस्टिंग की प्राइस ग्रे मार्केट की प्राइस से अलग होती है।
बंसल वायर इंडस्ट्रीज की स्थापना 1985 में हुई थी
बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक स्टेनलेस स्टील वायर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जिसकी स्थापना दिसंबर 1985 में हुई थी। कंपनी 3,000 से ज्यादा तरह के स्टील वायर प्रोडक्ट बनाती है, जिसका साइज बहुत पतले से लेकर बहुत मोटे तक होता है। कंपनी देश में अपने प्रोडक्ट को बेचने के साथ 50 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट का निर्यात भी करती है।
दोनों IPO में 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
दोनों IPO में इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।