कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बुधवार को दिल्ली में बैठक हुई। इसमें ऑपरेशन सिंदूर पर पार्टी के कुछ नेताओं, जिनमें शशि थरूर भी शामिल हैं। उनके दिए बयानों पर चर्चा की गई। साथ ही केंद्र सरकार पर ऑपरेशन सिंदूर के राजनीतिकरण का आरोप लगाया।
ANI के मुताबिक बैठक में कहा गया कि, 'यह निजी विचार व्यक्त करने का समय नहीं है, बल्कि पार्टी के आधिकारिक रुख को स्पष्ट करने का समय है। हम एक लोकतांत्रिक पार्टी हैं, और लोग अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं, लेकिन इस बार थरूर ने लक्ष्मण रेखा पार कर ली है।
दरअसल, शशि थरूर ने 8 मई को केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान और दुनिया के लिए मजबूत संदेश है। भारत ने 26 बेकसूर नागरिकों की मौत का बदला लेने के लिए सटीक कार्रवाई की।
CWC ने अपने प्रस्ताव में कहा- राष्ट्र दुख और संकल्प में एकजुट है। भारतीय सशस्त्र बलों ने समय-समय पर हमारे राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करते हुए वीरता के साथ आगे आकर काम किया है।
कांग्रेस ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर देश के डिफेंस फोर्स ने किया है, इसलिए कोई भी राजनीतिक दल इस पर अपना विशेष दावा नहीं कर सकता, जैसा कि भाजपा कर रही है।
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर हुई बैठक में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी और CWC के दूसरे मेंबर और नेता मौजूद रहे थे।
CWC के प्रस्ताव में कही गई बातें...
पहलगाम आतंकी हमले में खुफिया विफलता गंभीर मामला है। इससे सवाल खड़े हो रहे हैं, जो परेशान करने वाले हैं। क्षेत्र में बढ़ते तनाव और खतरों के बावजूद आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने में कामयाब रहे।
अभी तक कोई जवाबदेही तय नहीं की गई है। हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों को गिरफ्तार किया जाए, उनके खिलाफ केस चलाया जाए। सरकार पहलगाम हमले में हुई चूक पर स्पष्टीकरण दे, कदम उठाए।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई का अचानक समाप्त होना (सीजफायर) भी बहुत हैरान करने वाला है। इससे भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बयान परेशान करने वाला है। केंद्र सरकार की ट्रम्प के बयान पर चुप्पी समझ से परे है। हमें ये स्वीकार्य नहीं है।