कनाडा पुलिस ने मान लिया है कि पियर्सन एयरपोर्ट से गायब हुई अरबों रुपये की सोने की ईंटें अब नहीं मिल पाएंगी। पिछले साल 17 अप्रैल को टोरंटो के पिर्यसन एयरपोर्ट पर कनाडा कार्गो टर्मिनल से सोने की 6600 ईटें चोरी हो गई थीं। पुलिस को सोने की चोरी का पता 3 दिन बाद चला था।
सोने की इन ईंटों का वजन 400 किलो था। इन ईंटो की कीमत तब भारतीय रुपयों में करीब 121 करोड़ थी। ये चुराई गई सोने की ईटें आज तक वापस नहीं मिल पाई हैं। कनाडा पुलिस ने आशंका जताई है कि ये सोना भारत और दुबई पहुंच गया होगा।
क्राइम सीरिज स्टाइल में चोरी, 42 मिनट में सोना साफ
कनाडाई पुलिस ने कहा कि ये चोरी नेटफ्लिक्स के क्राइम सीरिज स्टाइल में की गई। इसमें सोना और कैश एयरपोर्ट के एक कार्गो केंद्र से चोरी कर लिया गया था। ये सोना स्विट्जरलैंड में एयरपोर्ट पहुंचने के 42 मिनट के भीतर ही चोरी हो गया था।
पुलिस ने कहा कि इसे बड़ी चालाकी से कंटेनर फैसिलिटी में शिफ्ट कर दिया गया। घटना के 3 दिन बाद 20 अप्रैल को पता चला कि यह पूरा कार्गो ही चोरी हो गया है। इस चोरी के लिए फर्जी रसीद का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने बताया कि इस चोरी के मामले में पकड़े गए आरोपियों में तीन भारतीय मूल के लोग भी शामिल हैं।
पुलिस ने इसे इतिहास की सबसे बड़ी चोरी बताया था
पील रीजनल पुलिस (PRP) के लीड इन्वेस्टिगेटर डिटेक्टिव सार्जेंट माइक मैविटी ने कहा कि उन्हें लगता है कि चोरी किए गए सोने का एक बड़ा हिस्सा विदेश के बड़े गोल्ड मार्केट्स में चला गया है। जहां सीरियल नंबर के साथ सोना ले लिया जाता है। बाद में इसे पिघला दिया जाता है।
मैविटी ने कहा कि यह सब कुछ घटना के तुरंत बाद ही हुआ होगा। पील रीजनल पुलिस (PRP) ने पहले इस चोरी को कनाडा में अब तक की सबसे बड़ी सोने की डकैती बताया था। इस चोरी को ‘प्रोजेक्ट ’ का नाम दिया था।
इस मामले में गिरफ्तारियों की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा था कि एयरलाइन के 2 कर्मचारियों की मदद से इस चोरी को अंजाम दिया गया। अब इन कर्मचारियों पर केस चल रहा है। पुलिस ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि इस सोने को पिघलाकर सोने के ब्रेसलेट बनाए गए और फिर उन्हें बेच दिया गया।
प्लेन से 14 करोड़ का सोना चोरी हुआ
यह पहली बार नहीं था जब पियर्सन एयरपोर्ट से सोने की चोरी की घटना हुई। 25 सितंबर 1952 को भी ऐसा ही मामला सामने आया था जब टोरंटो से मॉन्ट्रियल पहुंचे फ्लाइट से सोने के 10 डिब्बों में से 4 चोरी हो गए।
चोरी हुए सोने की कीमत 14 करोड़ रुपए थी। तब ये कनाडा इतिहास की सबसे बड़ी चोरी थी। इस चोरी की घटना को आजतक हल नहीं किया जा सका। पुलिस प्लेन में हुई इस चोरी की जांच कभी पूरी नहीं कर पाई।
1974 में भी हुई थी 27 करोड़ के सोने की चोरी
कनाडा में 1974 में सोने की सरेआम चोरी का मामला सामने आया था। इस दौरान ओटावा के एयरपोर्ट से 27 करोड़ रुपए के सोने की चोरी हो गई थी। जो एक कमरे में रखा हुआ था।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक रात 11 बजकर 30 मिनट पर चोरों ने कमरे के गार्ड को बंदूक दिखाकर डराया और उसे एक पाइप से बांध दिया। बाद में पता चला था कि यह काम स्टॉपवॉच नाम की एक गैंग का था। जो बड़ी चालाकी से तय समय पर चोरियों को अंजाम देती थी।
इस पूरे मामले में 3 लोगों को पकड़ा गया। इनमें से एक 'घोस्ट' यानी भूत के नाम से मशहूर था। इसकी वजह ये थी कि वह चोरी करके बड़ी आसानी से लोगों की भीड़ में खुद को शामिल कर बच निकलता था।\