एनर्जी मामलों के एक विशेषज्ञ ने कहा कि कोई भी स्वतंत्र ऑडिट इस बात की पुष्टि करेगा कि शुरुआत से ही चीनी बिजली संयंत्रों की कीमत अत्यधिक थी। इसके साथ ही चीन को 17 प्रतिशत डॉलर-मूल्य वाले रिटर्न का भी वादा किया गया था। इसमें पाकिस्तान शुरुआत से ही घिर गया था और अभी वह अभी भी इससे निकल नहीं पा रहा है। पाक सरकार की आर्थिक चुनौतियां बीते कुछ समय में कई गुना बढ़ गई हैं। दूसरी ओर चीन का कर्ज उसके लिए मुश्किल खड़ी कर रहा है।