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कनाडा की ट्रूडो सरकार ने भारतीयों पर की बड़ी चोट, विदेशी कामगारों के लिए लागू हो रहा नया नियम, जानें असर

Updated on 10-09-2024 01:49 PM
ओट्टावा: कनाडा की ट्रूडो सरकार विदेशी कामगारों की संख्या में बड़ी कटौती करने जा रही है। आगामी 26 सितम्बर से नए नियम के तहत कनाडा में कंपनियां अपने कम वेतन वाले कर्मचारियों में केवल 10 प्रतिशत विदेशी कामगारों को रख सकेंगी। यह एक बड़ी कटौती है, क्योंकि इसके पहले वर्कफोर्स में 20 प्रतिशत इसी श्रेणी के विदेशी कामगारों को रखा जा सकता था। कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने देश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर बढ़ रहे दबाव से निपटने के लिए ये फैसला लिया है। आइए जानते हैं कि इस फैसले का असर कनाडा में अस्थायी विदेशी श्रमिक (TFW) कार्यक्रम के तहत काम करने वाले भारतीयों पर किस तरह पड़ेगा और उन्हें आगे क्या करना चाहिए? लेकिन इसके पहले कनाडा के टीएफडब्ल्यू प्रोग्राम के बारे में समझते हैं।

क्या है टीएफडब्ल्यू प्रोग्राम


टेम्पेरेरी फॉरेन वर्कर यानी टीएफडब्ल्यू प्रोग्राम कनाडा में कंपनियों को योग्य कनाडाई लोगों के न मिलने पर अस्थायी रूप से विदेशी कामगारों को रखने की अनुमति देता है। यह अवधि आम तौर पर दो साल तक के लिए होती है। कंपनियों या नियोक्ता को ये दिखाना होता है कि उन्होंने विदेशी लोगों को रखने के पहले कनाडाई कामगारों की भर्ती का पूरा प्रयास किया है। टीएफडब्ल्यू प्रोग्राम को केवल तभी उपयोग करने के लिए डिजाइन किया गया है.

विदेशियों को कम करना चाहता है कनाडा


बीते 26 अगस्त को मंत्री रैंडी बोइसोनॉल्ट ने घोषणा की कि कनाडा में कम वेतन वाले अस्थायी विदेशी कामगारों की संख्या कम की जाएगी। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2024 तक टीएफडब्ल्यू कार्यक्रम के तहत भारतीय नागरिकों को 52,455 वैध वर्क परमिट जारी किए गए थे। इनमें से 29,455 परमिट हाई-स्किल्ड श्रेणियों जैसे मैनेजर रोल, प्रोफेशनल और कुशल तकनीकी श्रमिकों के पास थे। शेष 22,000 परमिट संभवतः लो-स्किल्ड नौकरियों में काम करने वाले श्रमिकों के पास हैं।

कनाडा में रह रहे भारतीयों पर क्या असर?


कनाडा में जो भारतीय टीएफडब्ल्यू प्रोग्राम के तहत पहले से काम कर रहे हैं, उन पर इसका सीधा असर नहीं होगा। हालांकि, वे भारतीय जिनका वर्क परमिट समाप्त हो रहा है, उन्हें तुरंत सावधान हो जाने की जरूरत है। इमिग्रेशन, रिफ्यूजी और सिटिजेनशिप कनाडा में कम्युनिकेशन एडवाइजर मैरी रोज सबेटर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि जो विदेशी नागरिक टीएफडब्ल्यू प्रोग्राम के तहत काम करने के इच्छुक हैं, उन्हें नियोक्ताओं की तरफ से पोस्ट की गई पोजीशन के लिए आवेदन देना चाहिए।

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