इटली में सिसिली आइलैंड के पास सोमवार सुबह बेयेसियन नाम का एक लग्जरी याट डूब गया। 184 फीट लंबी याट पर 22 लोग सवार थे। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के 10 क्रू मेंबर और 12 पैसेंजर थे। याट के मलबे की पहचान कर ली गई है। यह समुद्र में 50 मीटर की गहराई में मिला है।
याट पर तैनात रसोइए की मौत हो गई है और 6 लापता हैं। लापता लोगों में ब्रिटेन के मशहूर सॉफ्टवेयर बिजनेसमैन माइक लिंच और उनकी 18 साल की बेटी हैना भी शामिल हैं। बिजनेसमैन लिंच की पत्नी एंजेला बैकारेस को बचा लिया गया है। वे डूबे याट बेयेसियन की मालकिन थीं।
याट पर मॉर्गन स्टेनली इंटरनेशनल के प्रेसिडेंट जोनाथन ब्लूमर और उनकी पत्नी भी सवार थे। उनकी भी तलाश की जा रही है। ब्लूमर, लिंच के करीबी दोस्त हैं। कई सालों से लिंच का केस लड़ने वाले उनके वकील भी लापता हैं।
15 लोगों को बचाया गया
इतावली कोस्टगार्ड के एक अधिकारी ने BBC को बताया कि सुबह 5 बजे तूफान के कारण तेज लहरें उठीं, जिससे टकराकर याट डूब गया। याट सिसली की राजधानी पलेर्मो से करीब 18 किमी दूर लंगर डाले खड़ा था।
याट को तूफानों से मुकाबला करने के हिसाब से तैयार किया जाता है, लेकिन यह याट किन हालात में डूबा अभी यह साफ नहीं हो पाया है। अस्पताल में भर्ती क्रू मेंबर्स से बात करने के बाद ही कुछ जानकारी मिल पाएगी। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हवाओं के कारण नाव का एक मास्ट (मस्तूल) टूट गया, जिससे याट का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गया।
कोस्टगार्ड के अधिकारी ने बताया कि याट के पास ही नीदरलैंड का एक और याट था जिसने 15 लोगों की जान बचाने में मदद की। जिंदा बचाए गए लोगों में एक साल की बच्ची भी शामिल है जिसे उसके माता-पिता के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वैज्ञानिक बोले- ग्लोबल वार्मिंग के कारण डूबा याट
इतालवी मौसम वैज्ञानिक लुका मर्कली ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण ये याट डूबा होगा। वैज्ञानिक ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को कहा कि इटली में कई सप्ताह तक भीषण गर्मी पड़ी। अब भयंकर तूफान और बारिश हो रही है।
ये ग्लोबल वार्मिंग की वजह से हो रहा है। हादसे के वक्त सिसिली के आसपास समुद्र की सतह का तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से लगभग 3 डिग्री ज्यादा है। बड़े तूफान आने की ये भी वजह है।
ब्रिटेन के बिल गेट्स कहे जाते थे माइक लिंच
लापता माइक लिंच (59) को लंबे समय तक ब्रिटेन का बिल गेट्स कहा जाता रहा। उन्होंने 1996 में एक सॉफ्टवेयर कंपनी ऑटोनॉमी कॉरपोरेशन की स्थापना की थी। यह कंपनियों के डेटा एनालिसिस करती थी। उनकी कंपनी ने खूब तरक्की की। लिंच का बिजनेस की दुनिया में काफी नाम हुआ। इस वजह से उन्हें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून का आर्थिक सलाहकार भी बनाया गया।
वहीं, ऑटोनॉमी की सफलता को देख 2011 में कंप्यूटर बनाने वाली HP कंपनी ने इसे 11.7 बिलियन डॉलर में खरीद लिया। यह तब यूरोप का सबसे बड़ा तकनीकी सौदा था। हालांकि कुछ ही समय बाद उन पर HP ने धोखा देने का इल्जाम लगाया। HP का आरोप था कि लिंच ने कंपनी को जरूरत से ज्यादा दाम में बेचा। लिंच को 5 बिलियन डॉलर लौटाने चाहिए।
HP ने लिंच को अमेरिका में प्रत्यर्ण करने की अपील की। यह केस 12 साल तक चला। मई 2023 में उन्हें अमेरिका जाना पड़ा। वे 13 महीने तक सैन फ्रैंसिस्को जेल में नजरबंद रहे। लिंच ने दलील दी कि उनकी कंपनी को HP ने पसंद किया था और सारी चीजें पता करने के बाद ही खरीदा था। उन्होंने इसके लिए न कोई साजिश रची थी और न ही कोई धोखाधड़ी की।