डिएगो गार्सिया को लेकर अमेरिका-ब्रिटेन में विवाद
दरअसल, कोविड-19 महामारी के दौरान श्रीलंका से नाव से निकले शरणार्थियों का एक समूह भटकते हुए डिएगो गार्सिया पहुंच गया था। इन तमिल शरणार्थियों को डिएगो गार्सिया में अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा गया और प्रताड़ित भी किया गया। जब इसकी जांच के लिए ब्रिटेन ने अपनी टीम भेजने का ऐलान किया तो अमेरिका ने नौसैनिक बेस की सुरक्षा का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया। हालांकि, बाद में अमेरिका को मजबूरी में अनुमति देनी पड़ी, लेकिन इस दौरान ब्रिटिश जांच दल को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस कारण ब्रिटेन भी डिएगो गार्सिया को लेकर अमेरिका के व्यवहार से नाराज था।