बिहार के दरभंगा में शुक्रवार को राम विवाह की झांकी पर बाजीतपुर की एक मस्जिद के पास पथराव किया गया। इसके बाद जमकर बवाल हुआ। विवाह पंचमी के मौके पर तरौनी गांव से झांकी निकाली जा रही थी। तभी वहां दोनों पक्षों में विवाद हो गया। उन्होंने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंके।
झांकी को तरौनी से बाजितपुर में स्थित मस्जिद तक जाना था। फिर बाजितपुर से इसकी वापसी होनी थी। जैसे ही झांकी मस्जिद के पास पहुंची उसे रोका गया और पथराव किया गया।
बताया जा रहा है कि एक समुदाय के लोगों ने पहले तो झांकी को रोका, फिर लाठी-डंडों से मारपीट की और फिर पथराव किया। इसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और दोनों तरफ से पत्थरबाजी होने लगी। झांकी के आयोजक नागो दास ने बताया कि बच्चों को गोद में लेकर हम लोग मंदिर की ओर भागे और जान बचाई।
सूचना मिलने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हालात पर काबू पाया। इस घटना में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मौके पर अभी भी भारी संख्या में पुलिस मौजूद है। जिला प्रशासन अधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी बोले- पहले से हमले का प्लान था स्थानीय महिला सोनी कुमारी ने उन लोगों का पहले से हमले का प्लान था। वे पहले से अपनी छतों पर ईंट-पत्थर रखते हैं। जुलूस पर ईंट-पत्थर फेंकने लगते हैं। महिलाएं छत से ईंट फेंकती है। नीचे लड़के लोग मारपीट करते हैं।
वहीं पिंकी देवी ने कहा कि हमलोग के हर त्योहार पर वो लोग बवाल करते हैं। अगर जुलूस लेकर जाते हैं, तो वहां (पठानटोली) दूसरे समुदाय के लोग झगड़ा करते हैं। उनका पर्व होता है, वो लाठी चलाते हैं, दिखाते हैं, हम लोग कुछ नहीं बोलते हैं।
CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस सदर SDO विकास कुमार ने बताया, 'पथराव के बाद हालात काबू में है; लेकिन हिंसा क्यों भड़की, इसकी शुरुआत करने वाले कौन लोग हैं, जो मिथिला में राम विवाह की झांकी पर पथराव कर माहौल खराब करने की कोशिश में लगे थे, इसकी जांच हो रही है। जिला प्रशासन के अधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं।'
30 साल से निकल रही झांकी स्थानीय लोगों का कहना है कि झांकी निकालने की परंपरा 30 साल पुरानी है। इस बार पहली बार हुआ है कि मस्जिद के पास झांकी पहुंचने के बाद उसे रोका गया और पथराव किया गया। इसके पहले कभी ऐसा उपद्रव नहीं हुआ।