अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। इस दौरान संसद के सभी सदस्य, देश के चीफ जस्टिस के अलावा सभी अहम संवैधानिकों पदों के सदस्य मौजूद रहे। इसे स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस कहा जाता है। यह अमेरिकी राष्ट्रपति का साल का सबसे अहम भाषण होता है।
संबोधन की शुरुआत करते हुए बाइडेन ने कहा- इस वक्त पूरी दुनिया में आजादी और लोकतंत्र ज्यादा खतरे में है। अगर किसी को भी लगता है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन से पीछे हट जाएंगे तो वो गलतफहमी में है। मैं पुतिन को बताना चाहता हूं कि हम यूक्रेन का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे और हम रूस के आगे कभी नहीं झुकेंगे। बाइडेन ने संसद के सामने यूक्रेन के लिए एड जारी रखने की अपील की।
प्रवासियों पर बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- मैं ट्रम्प की तरह प्रवासियों को राक्षस नहीं मानता। मैं उनकी तरह नहीं कहूंगा कि प्रवासी अमेरिका के खून में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। मैं लोगों पर सिर्फ उनके धर्म के आधार पर प्रतिबंध नहीं लगाउंगा। अमेरिका दुनिया के हर कोने से आए लोगों के लिए सुरक्षित जगह है।
बाइडेन बोले- यूक्रेन जंग में नहीं उतरेंगे अमेरिकी सैनिक
हम यूक्रेन में अपने सैनिकों को नहीं भेजेंगे। यूक्रेन ने हमसे हथियारों के मामले में सैन्य सहायता मांगी है, जिससे वो रूस का मुकाबला कर सके। ट्रम्प का नाम लिए बिना बाइडेन बोले- पूर्व राष्ट्रपति ने रूस को नाटो देशों के खिलाफ मनमानी करने के लिए उकसाया था। वो पुतिन के आगे झुक गए। इस तरह का बयान बेहद खतरनाक है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
बाइडेन बोले- मैंने उम्र में बहुत छोटा और बूढ़ा होने के लिए आलोचनाएं झेलीं
81 साल के बाइडेन ने उम्र को लेकर उनकी आलोचना करने वाले लोगों को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कभी मुझे कहा जाता था कि मैं बहुत छोटा हूं, कभी-कभी तो मुझे वोटिंग के लिए सांसदों के एलिवेटर (लिफ्ट) में घुसने नहीं दिया जाता था।
अब मुझे कहा जाता है कि मैं बहुत बूढ़ा हूं। चाहे जवान हूं या बूढा मैं हमेशा से सहन करना जानता हूं। अमेरिका के मूल्य यही हैं कि हम सब बराबर पैदा हुए हैं और हमारा अधिकार है कि हमारे साथ पूरी उम्र बराबरी से व्यवहार किया जाए।
बाइडेन के संबोधन की बड़ी बातें...
हम चीन और उसके गलत तरह से व्यापार करने के तरीकों के खिलाफ खड़ें हैं।
हम चीन से कॉनफ्लिक्ट नहीं कॉम्पिटिशन (संघर्ष नहीं प्रतियोगिता) चाहते हैं।
हम भारत, जापान, साउथ कोरिया जैसे देशों के साथ नए सिरे से रिश्ते आगे बढ़ा रहे। हम ताइवान स्ट्रेट में शांति का समर्थन करते हैं।
ट्रम्प और उनके साथियों ने 6 जनवरी, 2021 को हुए दंगों से जुड़ी सच्चाई को दबाने की कोशिश की।
उन्हें यह समझने की जरूरत है कि हम देश को सिर्फ तब प्यार नहीं कर सकते जब हम चुनाव जीत रहे हैं।
मैं कोरोना से समय सत्ता में आया। आर्थिक तौर पर देश खस्ताहाल में था। लेकिन हमारी सरकार ने इसे फिर से उठाया।
आज अमेरिका की अर्थव्यवस्था से लोग जलते हैं। हमने तीन साल में 1.5 करोड़ नई नौकरियों के अवसर दिए हैं।
वॉल स्ट्रीट ने अमेरिका को नहीं बनाया। हमारे देश को यूनियन और मिडिल क्लास लोगों ने खड़ा किया है।
गर्भपात का हक देने वाले सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले को पलटने के पीछे ट्रम्प का हाथ है।
ट्रम्प ने अदालत में तीन रूढ़िवादी जजों को नियुक्त किया था, जिन्होंने मामले को रद्द कर दिया।
बाइडेन बोले- फिलिस्तीनियों की मदद के लिए अस्थायी पोर्ट बनाएगा अमेरिका
इजराइल-हमास जंग पर बाइडेन ने कहा- हमास ने 7 अक्टूबर को आतंकी हमला किया। इजराइल को अपनी सुरक्षा का अधिकार है। अगर हमास जंग खत्म करना चाहता है तो उसे अपने हथियार छोड़कर कैदियों को रिहा करना होगा।
जंग में 30 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। इनमें से ज्यादातर हमास के लड़ाके नहीं हैं। मैंने अमेरिकी सेना को एक अस्थायी घाट बनाने का निर्देश दिया है। इससे फिलिस्तीनियों के पास खाना, पानी और दवाओं जैसे जरूरत के सामान पहुंच सकेंगे।
इजराइल को गाजा में मानवीय सहायता पहुंचने देनी होगी। मदद पहुंचाने वाले लोगों पर जंग का असर नहीं होना चाहिए। गाजा में मदद पहुंचाने को सीजफायर का जरिया नहीं बनाया जा सकता।
स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन की अहमियत
परंपरा के मुताबिक- अमेरिकी राष्ट्रपति नए साल की शुरुआत में संसद के संयुक्त सत्र यानी जॉइंट सेशन को संबोधित करते हैं। इसका जिक्र अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद 2 के भाग 3 के एक बिंदु (क्लॉज 1) में किया गया है।
इस दौरान वो मोटे तौर पर आने वाले साल के लिए सरकार का एजेंडा बताते हैं। इसके अलावा बीते साल में जो कुछ उनकी सरकार ने किया, उसका भी जिक्र करते हैं। अमेरिकी अखबार ‘द हिल’ के मुताबिक- ज्यादा फोकस आम लोगों के लिए नई स्कीम्स और फॉरेन पॉलिसी मैटर पर किया जाता है। इसके अलावा प्रेसिडेंट भविष्य की चुनौतियां भी गिनाते हैं।
राष्ट्रपति यह बताता है कि उसने अमेरिका और दुनिया में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाए और आगे क्या करेगा। ‘यूएस स्टेट एंड पॉलिसी’ के मुताबिक- बतौर फेडरल स्टेट (राज्यों को मिलाकर बनने वाला देश) अमेरिका में किसी उद्धाटन या अंतिम संस्कार के बाद यह सबसे बड़ा अवसर होता है। इस दौरान कांग्रेस, ज्यूडिशियरी, आर्मी और इंटेलिजेंस समेत हर विभाग के सबसे आला अफसर और मंत्री एक मंच पर मौजूद होते हैं।
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की पत्नी ओलेना जेलेंस्का और पुतिन विरोधी नेता एलेक्सी नवलनी की पत्नी यूलिया नवल्नाया को फर्स्ट लेडी जिल ने न्योता दिया था। हालांकि, दोनों ने इसे ठुकरा दिया।