बता दें कि तुर्की और पाकिस्तान के बीच बहुत बड़े पैमाने पर रक्षा साझेदारी होती है। तुर्की से पाकिस्तान ने किलर टीबी 2 और अकिंसी ड्रोन खरीदे हैं। इसके अलावा तुर्की पाकिस्तान को पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट देने का ऑफर दे चुका है। पाकिस्तान और तुर्की मिलकर अजरबैजान की मदद करते हैं। पाकिस्तान को मिल रहे ये आधुनिक हथियार भारत की मुसीबत बढ़ा सकते हैं। तुर्की नाटो का सदस्य है और उसकी कई घातक अमेरिकी और यूरोपीय तकनीक तक पहुंच है। इससे वह आधुनिक और मारक हथियार बना रहा है। तुर्की के राष्ट्रपति चाहते हैं कि वह इस्लामिक दुनिया में अपना प्रभाव बढ़ाएं।