ऑस्ट्रेलिया की एक पत्रकार ने मंगलवार को दावा किया है कि उसे भारत में चुनाव की कवरेज की इजाजत नहीं दी गई। उन्हें देश छोड़कर जाने के लिए भी मजबूर किया गया। ऑस्ट्रेलिया के ABC न्यूज कंपनी के लिए काम करने वाली अवनी डिऐज 19 अप्रैल को भारत छोड़कर जा चुकी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अवनी वही पत्रकार हैं, जिन्होंने कनाडा में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या के खिलाफ एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। यूट्यूब पर मौजूद इस रिपोर्ट को भारत सरकार ने देश में बैन कर दिया गया था। ABC न्यूज ने इसका विरोध भी किया था।
पत्रकार का आरोप- सरकार ने कहा आपकी रिपोर्ट्स ने लाइन क्रॉस की
अवनी ने अपने एक पॉडकास्ट 'लुकिंग फॉर मोदी' में बताया कि भारत सरकार ने उनके वीजा परमिट को यह कहकर आगे नहीं बढ़ाया गया कि उनकी रिपोर्ट्स ने लाइन क्रॉस की है। अवनी ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई सरकार के हस्तक्षेप के बाद भारत छोड़ने से 24 घंटे पहले मुझे 2 महीने के लिए वीजा दिया गया, लेकिन चुनाव कवर करने की इजाजत नहीं मिली। मैंने भारत में वोटिंग के पहले फेज वाले दिन ही देश छोड़ दिया था।"
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकारी सूत्रों ने अवनी के दावों को खारिज कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने भारत में रहते हुए वीजा नियमों का पालन नहीं किया। इसके बावजूद उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उनका वीजा परमिट बढ़ा दिया जाएगा, ताकि वो चुनाव की कवरेज कर सकें।
भारत सरकार ने क्या जवाब दिया
सरकारी सूत्रों ने आगे कहा कि अवनी का वीजा 20 अप्रैल तक मान्य था। उन्होंने 18 अप्रैल को वीजा के लिए फीस जमा की, जिसके बाद जून के आखिर तक के लिए उनका वीजा परमिट बढ़ा दिया गया। सरकारी सूत्र ने आगे बताया, "अवनी ने जो दावा किया है कि उसे चुनाव की कवरेज की इजाजत नहीं मिली, वो गलत है।
बूथ के बाहर चुनावी एक्टीविटीज कवर करने के लिए सभी पत्रकारों को इजाजत है। वहीं पोलिंग बूथ या काउंटिंग स्टेशन से कवरेज के लिए परमिट की जरूरत होती है। वीजा की प्रक्रिया के बीच में यह परमिट जारी नहीं किया जा सकता।" सूत्रों ने यह भी बताया कि ऑस्ट्रेलिया की ABC न्यूज के दूसरे पत्रकारों को चुनावी कवरेज का परमिट दिया जा चुका है।
20 विदेशी पत्रकारों ने विरोध किया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अवनी पिछले ढाई साल से भारत में काम कर रही हैं। ABC न्यूज ने कहा, "हम स्वतंत्र पत्रकारिता में विश्वास रखते हैं। अवनी ऑस्ट्रेलिया में रहकर भारत के चुनाव को कवर करेंगी।" मामला सामने आने के बाद 20 विदेश पत्रकारों ने जॉइंट स्टेटमेंट जारी कर अवनी के देश छोड़ने का विरोध किया है।
अवनी डिऐज दूसरी विदेशी पत्रकार हैं, जो पिछले 3 महीनों के अंदर भारत छोड़कर गई हैं। इससे पहले फरवरी में फ्रांस की एक पत्रकार वेनेसा डोनियाक पर भारत विरोधी रिपोर्टिंग के आरोप लगे थे। इसके बाद गृह मंत्रालय ने उनसे पूछा था कि उनका ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया (OCI) का स्टेटस रद्द क्यों न किया जाए। भारत छोड़ने के बाद वेनेसा ने आरोप लगाया था कि सरकार ने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया।