हालांकि उनकी पार्टी से जुड़े लोगों का कहना है कि वह भारत के साथ भी होंगे। द वीक की रिपोर्ट के मुताबिक NPP की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्यों में से एक प्रोफेसर अनिल जयंती ने कहा, 'हमारी पार्टी और नेता भारत से जुड़ना चाहते हैं। भारत निश्चित तौर पर हमारा पड़ोसी और महाशक्ति है। हाल ही में हमें भारत की ओर से एक कृषि सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था। हमने दिल्ली और केरल का दौरा किया। हमारे नेता श्रीलंकाई अर्थव्यवस्था को स्थिक करने के लिए सभी प्रमुख पावर से जुड़ रहे हैं।'