पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा चुनाव जीतने वाले खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के शपथ ग्रहण में देरी का मुद्दा अब अमेरिका में उठा है। इस मामले में अमेरिका के मशहूर सिख वकील जसप्रीत सिंह ने कल यूएसए की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की। जसप्रीत ने कहा कि इस मुलाकात को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही कोई समाधान निकलेगा।
यह मुलाकात कैलिफोर्निया राज्य के लॉस एंजिल्स शहर में हुई। मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। इस बैठक में अमृतपाल सिंह समेत सभी सिखों से जुड़े मुद्दे उठाए गए। जसप्रीत सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह पर एनएसए बिल्कुल गलत तरीके से लगाया गया है। यह पूरी तरह से अवैध है। क्योंकि इसे अंग्रेजों ने आजादी से पहले के कानूनों के आधार पर लगाया है।
एनएसए की अवधि बढ़ाना गलत
सिख वकील जसप्रीत सिंह ने कमला हैरिस से कहा कि अमृतपाल सिंह ने भारतीय लोकसभा चुनाव भी जीता था। लेकिन भारी बहुमत से जीतने के बाद उन पर लगे एनएसए की अवधि एक साल के लिए बढ़ा दी गई। वह लगातार इस मामले को उठा रहे हैं।
अमृतपाल ने खडूर साहिब सीट से चुनाव जीता
अमृतसर से करीब 40 किलोमीटर दूर जल्लुपुर खेड़ा गांव के रहने वाले अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख हैं। वह कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर खडूर साहिब सीट से सांसद बने हैं। अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में हजारों लोगों की भीड़ 23 फरवरी 2023 को अमृतसर के अजनाला थाने में घुस गई थी।
इसके बाद उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। 18 मार्च को अमृतपाल घर छोड़कर फरार हो गया था। पुलिस जांच एजेंसियों के साथ मिलकर एक महीने तक उसकी तलाश करती रही। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को मोगा से गिरफ्तार किया था।
तब से अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। खालिस्तानी विचारधारा का समर्थन करने के कारण उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है। अमृतपाल को चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की अनुमति नहीं थी, इसके बावजूद उन्हें 4 लाख से ज़्यादा वोट मिले।