रूसी एयरपोर्ट पर बवाल के पीछे अमेरिका और यूक्रेन... पुतिन के आरोपों पर अब आया व्हाइट हाउस का जवाब
Updated on
31-10-2023 02:17 PM
मॉस्को: रविवार को रूस के दागेस्तान में जो कुछ भी हुआ, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उसके लिए यूक्रेन और पश्चिमी देशों को दोषी ठहरा दिया है। पुतिन का कहना है कि इजरायल विरोधी दंगों का मकसद पूरे रूस में अशांति पैदा करना था। दागेस्तान के मखाचकाला एयरपोर्ट को उस समय बंद करना पड़ गया जब यहां तेल अवीव से एक आई एक फ्लाइट ने लैंडिंग की। इस फ्लाइट के आते ही सैंकड़ों लोगों की भीड़ एयरपोर्ट के रनवे तक पहुंच गई। फ्लाइट में इजरायल का एक नागरिक सवार था। कई लोगों के हाथों में फिलिस्तीन के झंडे थे और ये इस्लामिक नारे लगा रहे थे। पुतिन के दावे को अमेरिका ने मानने से इनकार कर दिया है।
पश्चिमी देश जिम्मेदार दागेस्तान, रूस का वह हिस्सा है जहां पर मुस्लिम आबादी सबसे ज्यादा है। इस घटना के पीछे इजरायल-हमास जंग को बड़ी वजह माना जा रहा है। माना जा रहा है कि जो लोग एयरपोर्ट में दाखिल हुए, वो गाजा में इजरायल के हमलों से नाराज थे। सुरक्षा बलों ने हालात को काबू में कर लिया और करीब 60 लोगों को गिरफ्तार किया। पुतिन ने रूस की सुरक्षा परिषद की एक बैठक में कहा, माखचकाला में हुई घटनाओं के पीछे पश्चिम के स्पेशल सर्विस एजेंट्स का हाथ है। क्या हुआ था दागेस्तान में पुतिन का कहना था कि यूक्रेन से सोशल नेटवर्किंग के जरिए इन्हें उकसाया गया था। उनके शब्दों में, 'इस तरह की अराजकता को कौन फैला रहा है और इसका फायदा किसे होगा, यह सबको पहले से ही मालूम है।' पुतिन का कहना था कि यह अमेरिका के वर्तमान प्रशासन का एलीट वर्ग और उसके साथी हैं जो इससे फायदा लेना चाहते हैं। पुतिन ने सोमवार को रूस की कानूनी एजेंसियों से इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। सोशल मीडिया पर आए वीडियो में लोगों की एक बड़ी भीड़ को हवाईअड्डे पर धावा बोलते हुए, जबरन दरवाजे खोलकर रनवे पर निकलते हुए दिखाया गया है। व्हाइट हाउस का बयान व्हाइट हाउस ब्रीफिंग में रूस के दावों के बारे में जब पूछा गया तो अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इसका जवाब दिया। उन्होंने पुतिन के बयान को 'क्लासिक रूसी बयानबाजी' करार दिया। उन्होंने कहा, 'जब आपके देश में कुछ बुरा होता है तो आप किसी और को दोषी ठहराते हैं।पश्चिम का इससे कोई लेना-देना नहीं है। यह सिर्फ नफरत, कट्टरता और धमकी है।' उन्होंने यह भी कहा कि हवाई अड्डे के फुटेज देखने के बाद इसकी तुलना 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में हुए नरसंहार से की जा सकती है और यह पूरी तरह से ठीक है।
कराची में 12 मई को हजारों कट्टरपंथी नेताओं और आतंकवादियों ने पाकिस्तान सेना के समर्थन में रैली की। इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और अहले सुन्नत वल जमात शामिल थे।…
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को पंजाब प्रांत के सियालकोट पसरूर छावनी में पाकिस्तानी सैनिकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने भारत के अहंकार को…
वॉशिंगटन/नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। लेकिन शुरुआत में पश्चिमी देशों के अखबार ऐसा लग रहा था कि वो…
वॉशिंगटन/अंकारा: भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाले तुर्की के साथ अमेरिका ने एयर-टू-एयर मिसाइल बेचने का सौदा किया है। पाकिस्तान से लेकर गाजा तक कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाने वाले तुर्की…
इस्लामाबाद: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान फिलहाल युद्धविराम समझौते के लिए तैयार हो गये हैं। जिसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अरब इस्लामिक देशों को फोन लगा रहे हैं, जिन्होंने…
मॉस्को/नई दिल्ली: भारत के घरों में सालों से ये कहानी सुनाई जाती रही है कि 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में रूस ने कैसे हमारी मदद की थी। भारतीय जनमानस…
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने कभी अपने इस्लामी आधार को लेकर कभी कोई संकोच नहीं दिखाया है। पाकिस्तानी सेना के भारत के खिलाफ हालिया ऑपरेशन 'बुनयान उल मरसूस' का नाम इसका ताजा उदाहरण है।…
वॉशिंगटन: भारत ने उन तमाम रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में संवेदनशील परमाणु स्थलों पर बमबारी की गई थी। लेकिन…
इस्लामाबाद/नई दिल्ली: भारत के ऑपरेशन सिन्दूर में पाकिस्तान में कितनी तबाही मचाई है, उसकी रिपोर्ट अब आ गई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के हमलों में पाकिस्तान के…