मानव तस्करी के शक में फ्रांस में रोका गया 300 भारतीयों वाला प्लेन अब वहां से उड़ान भर सकता है। फ्रांस की एक कोर्ट के आदेश के बाद उसे उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई है। हालांकि, ये नहीं बताया गया है कि ये विमान कहां के लिए रवाना हो सकता है।
बार एसोसिएशन के हेड ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि यात्रियों को भारत भेजा जाएगा। इसकी न तो फ्रांस और न ही भारत के अधिकारियों ने पुष्टि की है। रविवार को 4 जजों ने हिरासत में रखे गए यात्रियों से पूछताछ करने बाद विमान के रवाना हो सकने के आदेश दिए। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक प्लेन में मौजूद 2 लोग प्लेन में ट्रैवल कर रहे 300 लोगों से अलग हैं। इनसे कड़ाई से पूछताछ की गई थी।
वहीं, 10 लोगों ने फ्रांस से उन्हें शरण देने की मांग की। सभी लोग कामगार बताए गए हैं, जिन्हें निकारागुआ के रास्ते अमेरिका और कनाडा भेजा जा रहा था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 300 भारतीयों में से 11 भारतीय नाबालिग हैं, जिनके माता-पिता उनके साथ नहीं हैं। वहीं, न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक प्लेन में सवार ज्यादातर भारतीय पंजाब और गुजरात के बताए गए हैं।मामले को लेकर एक रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी गई है।
फ्रांस में कहां रहे 300 भारतीय
दुबई से निकारागुआ जा रहे भारतीय नागरिकों वाला विमान वेट्री एयरपोर्ट पर ईंधन भरने के लिए उतरा था। इस दौरान फ्रांस के अधिकारियों को सूचना मिली की इसमें मानव तस्करी के पीड़ितों को ले जाया जा रहा है, जिसके बाद फ्लाइट को उड़ान भरने से रोक दिया गया। वेट्री एयरपोर्ट पर रिसेप्शन हॉल को वेटिंग एरिया में बदल दिया गया और सभी यात्रियों को वहां रखा गया। यहां बच्चों के लिए एड-हॉक ट्यूयर भी रखे गए थे। पूरे इलाके को कवर कर रखा गया था।
एयरपोर्ट पर रोजाना लोगों से मुलाकात कर रहे भारतीय अधिकारी
फ्रांस ने सभी लोगों के लिए एयरपोर्ट पर ही रहने और खाने की व्यवस्था की है। बच्चों की पढ़ाई के लिए एड-होक ट्यूटर रखे गए हैं। यहां रोज भारत के अधिकारी उनसे मुलाकात कर रहे हैं। फ्रांस में विदेशी नागरिकों को 4 दिन से ज्यादा हिरासत में नहीं रख सकते हैं। इसके लिए जज से परमिशन लेनी पड़ती है, जो उनकी हिरासत को 8 दिन बढ़ा सकते हैं।
हालांकि, गंभीर मामलों में हिरासत का वक्त 24 दिन भी किया जा सकता है। वहीं, फ्रांस ने फ्लाइट ऑपरेट कर रहे प्राइवेट जेट के क्रू मेंबर्स से भी पूछताछ की है। इसके बाद उन्हें आजाद कर दिया गया है।
प्राइवेट कंपनी का चार्टर एयरक्राफ्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस एयरक्राफ्ट को वार्टी एयरपोर्ट पर पुलिस ने रोका है, वो रोमानिया की चार्टर कंपनी का है। वाट्री एयरपोर्ट पर फ्यूल और टेक्निकल मेंटेनेंस के लिए इसका उतरना पहले से तय था। लैंडिंग के कुछ देर बाद ही पुलिस की कई गाड़ियां यहां पहुंचीं और एयरक्राफ्ट को कब्जे में ले लिया।
फ्रांस की एंटी ऑर्गनाइज्ड क्राइम यूनिट को इस मामले की जांच सौंपी गई है। पुलिस के मुताबिक यह A340 एयरक्राफ्ट है। रोमानिया की लीजेंड एयरलाइंस ने इस प्लेन को कुछ लोगों के लिए बुक किया था। मामले की जांच कर रहे एक अफसर ने कहा- हमें शक है कि इन भारतीयों को सेंट्रल अमेरिका में किसी जगह ले जाया जाना था। यह भी मुमकिन है कि इनमें से कुछ लोग कनाडा जाना चाहते हों।
फिलहाल, सभी पैसेंजर्स को रिसेप्शन हॉल में रखा गया है। पुलिस ने कहा- जांच पूरी होने तक हम इन्हें बेहतर सुविधाएं देंगे।