लंदन । लॉकडाउन से पहले के दौर में वर्क फ्रॉम होम के चलते महिलाओं के करियर की रफ्तार थम-सी गई थी, लेकिन अब यहीं व्यवस्था इच्छुक महिलाओं को प्राफेशनल दुनिया में लौटने का मौका दे रही है। कोविड-19 के कारण वर्क फ्रॉम होम समूचे सिस्टम का हिस्सा बनता जा रहा है। इसके साथ ही कंपनियां पेशेवर दुनिया में वापसी करने की सोच रहीं महिलाओं को जॉब ऑफर कर रही हैं। आंकड़े बता रहे हैं कि घर से काम वाली नौकरियों की संख्या पिछले एक महीने में बीते साल की इसी अवधि के मुकाबले 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है। वहीं नौकरी की तलाश करने वाली महिलाओं के आवेदन मार्च में एक महीने पहले की तुलना में 50 प्रतिशत बढ़े हैं। जानकार ने कहा,कई कंपनियां कई पदों पर भर्ती कर रहीं हैं जिन पर पहले महिलाओं की हायरिंग नहीं होती थी। ऐसा इसकारण हो रहा है क्योंकि बहुत सारे पदों पर लोग अब घर से काम कर पा रहे हैं।'
वर्क फ्रॉम होम कैटिगरी के अंतर्गत जिन नए पदों पर भर्ती हो रही है, उनमें मेडिकल कॉन्टेंट राइटर, वेब डिवेलपर और डिजाइनर, आर्ट थेरपिस्ट, कॉपीराइट और पेटेंट प्रफेशनल, पाइथन प्रोग्राम डिवेलपर जैसे पोस्ट शामिल हैं। वर्क फ्रॉम होम प्रोफाइल पर अमेजॉन, आनंद राठी, किबर्ले-क्लार्क के साथ मल्टीभाषी, उफाबेर एजुटेक, क्रेसेंडो ट्रांसक्रिप्शन और हेमोजिनॉमिक्स जैसी कंपनियां नौकरी के ऑफर दे रही हैं। जानकारों का कहना है कि वर्क फ्रॉम होम से लागत बचती है और प्रॉडक्टिविटी बढ़ती है, लिहाजा इससे उन महिलाओं को बराबरी का मौका मिलेगा, जो बच्चों की देखभाल और अन्य पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते करियर के साथ समझौता करती आ रहीं हैं।अमेजॉन इंडिया में एचआर डायरेक्टर विजयलक्ष्मी स्वामीनाथन ने कहा, 'घर रहकर काम करने जैसे लचीले विकल्प मिलने से उन महिलाओं के लिए नए रास्ते बनेंगे जो व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं के बावजूद अपना करियर बनाना चाहती हैं। मौजूदा पारिदृश्य ने हमारे इस भरोसे को और मजबूत किया है और इस बात का सबूत दिया है कि वर्क फ्रॉम होम जैसे लचीले विकल्प के जरिए बड़े पैमाने पर कामकाज हो सकता है।'