नई दिल्ली। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला ऑलराउंडर क्रिकेटर ग्लेन मैक्सवेल को डिप्रेशन ने अदंर से तोड़ दिया था। मैक्सवेल ने बताया कि इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप के दौरान वह मानसिक तौर पर इतना परेशान थे कि चाहते थे कि उनका हाथ टूट जाए ताकि उन्हें खेलना न पड़े। वर्ल्ड के दौरान मैक्सवेल मानसिक तौर पर बहुत परेशान थे। साउथ अफ्रीक के खिलाफ मैच से पहले नेट सेशन में मैक्सवेल औऱ मिचेल मार्श दोनों को ही हाथ में चोट लगी थी। मैक्सवेल ने एक इंटरव्यू में कहा, 'मार्श और मैं दोनों साथ में अस्पताल गए। मैं उस समय सोच रहा था कि शायद अब समय आ गया है। मुझे क्रिकेट से ब्रेक मिल जाएगा। जब मार्श की रिपोर्ट आई तो मुझे उसके लिए दुख हो रहा था। मैं चाहता था कि मेरा हाथ टूटा जाता तो मुझे ब्रेक मिल जाएगा। मैं उस समय पर सभी पर नाराज रहता था। वर्ल्ड कप में जब मैं प्रदर्शन नहीं कर पाया तब खुद पर बहुत गुस्सा आया था।'वर्ल्ड कप के बाद मैक्सवेल ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज मे खेले थे औऱ अच्छा प्रदर्शन किया था। हालांकि इसके बावजूद उन्हें खुशी नहीं मिले। इसके बाद उन्हें लगा कि उन्हें मदद की जरूरत है। मैक्सवेल की इस बीमारी के बारे में सबसे पहले मंगेतर विनी को ही पता चला। विनी ने मैक्सवेल के अंदर कुछ बदलाव महसूस किए थे, इसका खुलासा खुद ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने किया। तभी उन्होंने डॉक्टर की सलाह पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लेने का फैसला किया था। जब से क्रिकेट से मानसिक ब्रेक लेकर लौटे हैं, तब से शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। बिग बैश लीग में मैक्सवेल के बल्ले ने जमकर तूफान मचाया। यहां बता दें कि मैक्सवेल पिछले साल डिप्रेशन के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लिया था। इसे लगभग दो महीने बाद उन्होंने क्रिकेट में वापसी की। वहीं कुछ दिन पहले उन्होंने लंबे समय से गर्लफ्रेंड रही भारतीय मूल की विनी रमन से सगाई की। आज उनकी जिंदगी में सबकुछ सही हैं।