न्यूर्याक। कोरोना वायरस सिर्फ लोगों की जान ही बल्कि इसके साथ-साथ ये महामारी आर्थिक मंदी के हालात भी पैदा कर रही है। कोरोना के कारण लगभग सभी तरह के खेलों के आयोजन पर रोक लगी हुई है। अब खबर आ रही हैं कि बड़े-बड़े फुटबॉल क्लब अपने खिलाड़ियों की सैलरी काटने वाले हैं। इतना ही नहीं अमेरिका के एनबीए खिलाड़ियों की भी जेब ढीली होने वाली है। स्पेन की फुटबॉल लीग ला लीगा की सबसे बड़ी टीमों में से एक बार्सिलोना ने संकेत दिए हैं कि वहां अपने खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती कर सकती है। कोरोना के कारण सभी मैच रुके हुए हैं, जिससे बार्सिलोना फुटबॉल क्लब को काफी वित्तीय नुकसान हो रहा है। बार्सिलोना के सीईओ ऑस्कर ग्रायू ने इस बारे में ला लीगा और यूरोप के दूसरे क्लबों से बात भी कर ली है। क्लब से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बार्सिलोना के वित्तीय स्थायित्व के लिए सैलरी में कटौती करना बेहद जरूरी हो गया है। बता दें यूरोप के कई क्लबों ने पहले ही खिलाड़ियों की सैलरी कम करने की घोषणा कर दी है, लेकिन बार्सिलोना अबतक इसपर विचार ही कर रहा है। बता दें बार्सिलोना पूरी दुनिया का पहला ऐसा क्लब है जिसके खिलाड़ियों की औसतन सैलरी 1.1 करोड़ यूरो है। स्पेन समेत पूरे यूरोप में फुटबॉल मैच स्थगित हैं जिससे सभी क्लबों को नुकसान हो रहा है और इसी नुकसान से बचने के लिए क्लब खिलाड़ियों की सैलरी कम करने पर मजबूर हैं।