कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को लेकर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली में इस साल कोई इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का मैच नहीं खेला जाएगा. इसके अलावा किसी भी तरह के बड़े इवेंट को भी रद्द कर दिया गया है. एक स्थान पर हजारों की संख्या में लोग एकत्रित ना हो इसके मद्देनजर अरविंद केजरीवाल की सरकार ने ये फैसला लिया है.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को ऐलान किया कि राजधानी में किसी तरह का सम्मेलन या सेमिनार के आयोजन करने पर रोक लगा दी गई है. सरकार के अगले आदेश ये निर्देश जारी रहेगा. दिल्ली के सभी जिलाधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी गई है.प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं या फिर उसे इस तरह का डर लगता है तो वह खुद को पब्लिक से दूर रखें. किसी भी व्यक्ति में अगर लक्षण दिखें तो वह 14 दिनों तक घर में ही रहे.
दिल्ली में पहले ही लिए जा चुके हैं कई फैसले- दिल्ली में कोरोना वायरस के 6 केस पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद राज्य सरकार कई तरह की सतर्कता बरत रही है. अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को ऐलान किया था कि राजधानी में 31 मार्च तक कोई स्कूल-कॉलेज और सिनेमा हॉल नहीं खुलेंगे. इसके साथ ही दिल्ली में सभी पब्लिक स्वीमिंग पूल को भी बंद कर दिया गया है.
आईपीएल के आयोजन पर संकट जारी- आपको बता दें कि इस साल 29 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल के भविष्य पर संकट के बादल हैं. दिल्ली से पहले महाराष्ट्र के भी मंत्री ने ऐसी ही बात कही थी कि आईपीएल को टालना ही बेहतर होगा. जिसके बाद बीसीसीआई ने शनिवार को आईपीएल काउंसिल की बैठक होनी है, जिसमें आईपीएल के भविष्य पर फैसला लिया जाएगा. गौरतलब है कि देशभर में अबतक कोरोना वायरस के कुल 75 केस सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. शुक्रवार को ही उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक केस सामने आया है, हालांकि वह व्यक्ति भी दिल्ली का ही निवासी है.