नई दिल्ली। आने वाले दिनों में बैडमिंटन टूर्नामेंटों के दौरान सिंथेटिक पंखों वाली शटलकॉक का उपयोग होगा। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने इसने इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। साथ ही है कहा कि सिंथेटिक पंखों वाली शटलकॉक का टेस्ट और ट्रायल किया गया है, यह काफी सस्ती होने के साथ साथ प्राकृतिक पंखों वाली शटलकॉक की अपेक्षा अधिक समय तक चलेगी। बीडब्ल्यूएफ ने कहा, विभिन्न प्रयोगों के बाद यह देखा गया है कि सिंथेटिक शटलकॉक से शटलकॉक का उपयोग 25 फीसदी कम किया जा सकता है जो बैडमिंटन को आर्थिक ही नहीं बल्कि प्राकृतिक रूप से भी लाभ पहुंचाएगा और भविष्य को देखते हुए बेहतर रहेगा। ऐसे में बीडब्ल्यूएफ प्रयोगों के बाद सिंथेटिक पंख वाली शटलकॉक से खेलने को सहमति देता है। ऐसे में अब बीडब्ल्यूएफ द्वारा मान्यता प्राप्त टूर्नामेंटों में आधिकारिक रूप से इन शटलकॉक का उपयोग किया जा सकेगा। इसके साथ ही यह विभिन्न टूर्नामेंटों के मेजबानों पर निर्भर करेगा कि वे मान्यता प्राप्त सिंथेटिक शटलकॉक में किस ब्रांड का उपयोग करते हैं। साथ ही बीडब्लूएफ ने इन शटलकॉकों को तैयार करने के लिये एक समान तकनीक का उपयोग करने के लिए भी योजना पर सहमति दी है, ताकि इसे लेकर किसी तरह का अंतर पैदा न हो।