गाजा में राहत सामग्री की डिलिवरी के दौरान हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। एयरक्राफ्ट से गाजा पट्टी पर राहत सामग्री के बॉक्स गिराए गए, लेकिन कई बॉक्स के पैराशूट ही नहीं खुले। ये तेज रफ्तार से लोगों पर गिर गए। 10 लोग घायल भी हैं।
हादसा 8 मार्च को अल-शती रिफ्यूजी कैंप के पास हुआ। यहां राहत सामग्री लेने के लिए हजारों की तादाद में लोग मौजूद थे। 7 अक्टूबर को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग के बीच गाजा में लाखों फिलिस्तीनी भुखमरी का सामना कर रहे हैं। 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
अमेरिका और जॉर्डर एयरक्राफ्ट्स के जरिए फिलिस्तीनियों तक राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। हालांकि, हादसा किस की राहत सामग्री गिराते समय हुआ यह साफ नहीं हो पाया है।
चश्मदीद बोला- रॉकेट की तरह गिरा बॉक्स
भीड़ में मौजूद मोहम्मद अल-घोउल ने कहा- हम एड पॉइंट (राहत सामग्री पहुंचाने के बनाए गए पॉइंट) पर खड़े थे। मेरे भाई ने विमान से बॉक्स गिरते हुए देखे और वह इनके पीछे दौड़ने लगा। वह सिर्फ आटा लाना चाहता था, लेकिन बॉक्स में लगा पैराशूट खुल नहीं पाया और रॉकेट की तरह नीचे खड़े लोगों पर गिर गया। 10 मिनट बाद मैंने देखा लोग शवों और घायलों को लेकर अस्पताल की तरफ दौड़ रहे थे।
अमेरिका और जॉर्डन खाने के पैकेट पैराशूट से गिरा रहे
फरवरी में जॉर्डन ने फिलिस्तीनियों की मदद के लिए हवाई रास्ता चुना था। इसके बाद मार्च की शुरुआत में अमेरिका ने भी इसी रास्ते से पहली बार गाजा में मदद भेजी। दोनों देश फिलिस्तीनियों तक खाना पहुंचाने के लिए जॉइंट ऑपरेशन चला रहे हैं।
3 मार्च को पहली बार अमेरिका ने 66 बॉक्स में 38 हजार रेडी-टु-ईट मील्स गिराए थे। हालांकि, शुक्रवार को हुए हादसे के बाद जॉर्डन ने कहा कि शुक्रवार को उन्होंने गाजा में कोई मदद नहीं भेजी।
समुद्र के रास्ते मदद पहुंचाने पर विचार
व्हाइट हाउस के स्पोक्स पर्सन जॉन किर्बी ने हाल ही में कहा था- हम गाजा के लोगों को रेडी-टु-ईट खाना पहुंचाएंगे। वहां के हालात बेहद खराब हैं। बच्चे भूख से मर रहे हैं। लगभग पूरी आबादी भुखमरी की कगार पर है। हम समुद्र के रास्ते भी राहत सामग्री पहुंचाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
इधर, UN का कहना है कि गाजा के 22 लाख लोग भुखमरी की कगार पर हैं। UN के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के डिप्टी डायरेक्टर कार्ल स्काउ ने कहा है कि वो इतने सामान का प्रबंध कर रहे हैं, जिससे एक महीने के लिए गाजा के लोगों की भूख मिटाई जा सके।
'अल-अक्सा फ्लड' के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन 'सोर्ड्स ऑफ आयरन'
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को 'अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ 'सोर्ड्स ऑफ आयरन' ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।