कैरेबियाई देश हैती की सरकार ने देश में 72 घंटे की इमरजेंसी की घोषणा की है। एक हफ्ते से जारी हिंसा को देखते हुए आपातकाल लगाने का फैसला किया है।
दरअसल, 29 फरवरी को देश में मौजूद क्रिमिनल गैंग के लोगों ने कई सरकारी संस्थानों में हमले कर दिए थे। उन्होंने जेल पर हमला किया था, जिसके बाद 4 हजार कैदी फरार हो गए।
ये हथियारबंद लोग देश के कई हिस्सों में आगजनी कर रहे हैं, दुकानों घरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं। हिंसा में अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है। हिंसा की वजह प्रधानमंत्री एरियल हेनरी की विदेश यात्रा बताई जा रही है। जिससे नाखुश क्रिमिनल गैंग के लोग उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
हैती के सभी क्रिमिनल गैंग एकजुट
ब्रिटिश मीडिया BBC के मुताबिक, हैती में हिंसा प्रधानमंत्री एरियल हेनरी के केन्या जाने के बाद शुरू हुई। दरअसल, प्रधानमंत्री केन्याई नेतृत्व वाले बहुराष्ट्रीय सुरक्षा बल (मल्टीनैशनल सिक्योरिटी फोर्स) की हैती में तैनात को लेकर चर्चा करने के लिए नैरोबी गए हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री को पद से हटाने के लिए हैती के सभी क्रिमिनल गैंग एकजुट हो गए और हिंसा करने लगे।
क्रिमिनल्स को पकड़ने मिलिट्री से मदद मांगी
हैती पुलिस ने क्रिमिनल गैंग से जुड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए सेना से मदद मांगी है। सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया- 2 मार्च को दो जेलों पर हमला हुआ। यहां से 4 हजार कैदी भाग गए। कुछ को पुलिस ने मार गिराया। देश में हो रही हिंसा में अब तक 12 आम लोगों की मौत हुई है। भागने वाले कैदियों में वो कैदी भी शामिल है जिसने 2021 में हैती के प्रेसिडेंट जोवेनेल मोइसे की हत्या की थी।