संपत्तिकर जमा करने वाले राजधानी रायपुर के करीब साढ़े तीन लाख लोगों के लिए बड़ी राहत मिली है। नगर निगम ने पिछले करीब महीनेभर से संपत्तिकर का बंद पेमेंट विंडो चालू कर दिया है। इसी के साथ लोग अब प्रापर्टी टैक्स जमा कर सकते हैं।
दूसरी बड़ी राहत यह है कि फिलहाल यूजर चार्ज में वृद्धि भी रोक दी गई है। इसलिए लोगों को अब संपत्तिकर पिछले साल जितना ही भुगतान करना होगा। नगर निगम ने मकानों से यूजर चार्ज प्रति महीना 10 रुपए वसूलने की तैयारी कर ली थी। व्यावसायिक और अन्य वर्गों में भी अलग-अलग दर पर बढ़ोतरी का प्लान था। इससे लोगों को साल में 120 से 10 हजार तक यूजर चार्ज देना पड़ता।
निगम की संपत्तिकर जमा करने वाली आनलाइन वेबसाइट में वृद्धि के साथ अपडेट डाटा अपलोड भी कर दिया गया था। इस पर अंतिम मुहर नहीं लग पाने की वजह से पेमेंट विंडो (भुगतान खिड़की) को बंद रखा गया था। यूजर चार्ज नहीं बढ़ने का फैसला होने के बाद पेमेंट विंडो खोल दिया गया है। इसी के साथ संपत्तिकर भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। लोगों ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए संपत्तिकर का अपना ड्यू देखा तो वह पिछले साल भुगतान के बराबर दिखा रहा है।
लोगों को मिली बड़ी राहत
संपत्तिकर का पेमेंट विंडो बंद होने की वजह से पिछले एक महीने से लोग परेशान थे। भवन निर्माण अनुज्ञा, नामांतरण, बिजली का नया कनेक्शन, गुमाश्ता, व्यापार लाइसेंस बनाने तथा अन्य सुविधाओं के लिए लोग आवेदन ही नहीं कर पा रहे थे। इन सभी जरूरी कामों के लिए निगम के संपत्तिकर भुगतान की रसीद जरूरी होती है। टैक्स जमा नहीं होने के कारण रसीद ही नहीं मिल पा रही थी।
महापौर थीं विरोध में : महापौर मीनल चौबे यूजर चार्ज में वृद्धि को लेकर राजी नहीं थी। उनका स्पष्ट मत था कि अभी राजधानी के आम लोगों पर यूजर चार्ज में वृद्धि का बोझ डालना उचित नहीं है। दूसरी तरफ निगम के अधिकारी उन्हें राजपत्र में प्रकाशन का हवाला देकर वृद्धि के लिए राजी करना चाहते थे।