गाजा पर हमला करने जा रहे 3 लाख इजरायली सैनिक, नेतन्याहू ने मांगा सुलेमानी किलर 'राम बाण'
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14-10-2023 02:59 PM
तेलअवीव: गाजा पट्टी पर भयानक हवाई हमले कर रही इजरायल की सेना ने अब हमास के खिलाफ जंग के लिए अमेरिका से हेलिफायर मिसाइलों की मांग की है। इजरायल ने अब तक 6000 से ज्यादा बम गाजा पट्टी पर हमास के ठिकानों को लक्ष्य करके बनाए हैं। इजरायल की सेना अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रही है जो हेलफायर मिसाइलों से कहर बरपा रहे हैं। इजरायल को अब इन मिसाइलों की कमी खल रही है और इसीलिए उसने अमेरिका से तत्काल हेलफायर भेजने की गुहार लगाई है। यह वही AGM-114 हेलफायर मिसाइल है जिसका इस्तेमाल करके इजरायल ने साल 2004 में हमास के नेता अहमद यासीन को मार गिराया था।
एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली अधिकारियों ने अमेरिका से हेलफायर मिसाइलों की मांग की है। अमेरिका ने अभी तक इसकी मंजूरी नहीं दी है और विचार चल रहा है। अमेरिका इस योजना पर भी काम कर रहा है कि इजरायल की सेना को मेडिकल सप्लाई कैसे की जाए। अमेरिकी सेना ने एक बयान जारी करके कहा कि बहुत तेजी से अमेरिकी सहायता इजरायल पहुंच गई है और आने वाले दिनों में और ज्यादा हथियार भेजे जाएंगे। अमेरिकी सेना ने कहा कि वह अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के साथ इस पूरे मुद्दे पर संपर्क में है।
अलकायदा, हमास कमांडरों का काल बन चुकी है हेलफायर
अमेरिकी सेना ने कहा कि हम मिडिल ईस्ट में अपने बेड़े से यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि अमेरिकी हथियारों के जखीरे से किसे तत्काल इजरायल को दिया जा सकता है। अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने हमास के हमले के बाद इजरायल को कई टन विस्फोटक हथियार इजरायल को पिछले 7 दिनों के अंदर भेजे हैं। इसमें आयरन डोम के लिए इंटरसेप्टर मिसाइल, क्लस्टर बम और स्मार्ट बम भेजे हैं। अमेरिका इससे पहले भी इजरायल को हेलफायर मिसाइलें दे चुका है। भारत भी इस मिसाइल का इस्तेमाल करता है।
हेलफायर एक लेजर गाइडेड हवा से जमीन पर हमला करने वाली मिसाइल है। इस मिसाइल के बारे में कहा जाता है कि 'दागो और भूल जाओ', दुश्मन तबाह। एक बार दुश्मन को लक्ष्य करके मिसाइल दागने के बाद दुश्मन का खात्मा तय होता है। इजरायल की सेना ने साल 2004 में इसी मिसाइल के जरिए हमास के कमांडर अहमद यासीन को मार गिराया था। यही नहीं अमेरिका ने यमन के इस्लामिक कट्टरपंथी अनवर अल अवलाकी, अलकायदा के आतंकी अबू याह्या अल लिबी को पाकिस्तान में मार गिराया था। इसके अलावा अमेरिका ने ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी और अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी की हत्या में भी इसी मिसाइल का इस्तेमाल किया था।
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