पाकिस्तान में भीषण गर्मी से बीते 6 दिन में 568 लोगों की मौत हो गई है। BBC न्यूज ने यह जानकारी दी है। मरने वालों में से 141 लोगों ने मंगलवार (25 जून) को जान गंवाई। पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में 24 जून को पारा 41 डिग्री सेल्सियस था।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 3 दिन में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, हवा में ज्यादा नमी की वजह से उमस बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से 40 डिग्री तापमान भी 49 डिग्री जैसा महसूस हो रहा है। पिछले 4 दिन में कराची के सिविल अस्पताल में हीटस्ट्रोक की वजह से 267 लोग भर्ती हुए हैं।
पाकिस्तान के एक NGO ईधी फाउंडेशन के प्रमुख फैसल ने कहा कि कराची में उनके 4 मुर्दाघर चल रहे हैं, लेकिन हालात ये हैं कि मुर्दाघरों में शवों को रखने के लिए जगह नहीं बची है। यहां हर दिन 30-35 शव पहुंच रहे हैं। डॉन न्यूज के मुताबिक, इमरजेंसी सेवाओं के कर्मचारियों को कराची की सड़कों पर अब तक 30 लोगों के शव मिले हैं।
गर्मी से उल्टी, डायरिया, तेज बुखार की शिकायत
मरने वालों में ज्यादातर लोग 50 से ज्यादा की उम्र वाले हैं। हीटवेव से बीमार होकर जो लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, उन्हें ज्यादातर उल्टी, डायरिया और तेज बुखार की शिकायत रही है। जिनकी मौत हुई है, उनमें सबसे ज्यादा वे लोग शामिल हैं, जो काम के सिलसिले में पूरे दिन बाहर रहते हैं।
प्रशासन ने लोगों को ज्यादा पानी पीने और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी है। पिछले महीने कराची का तापमान 52 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया था। ये इस साल का अब तक का सबसे गर्म दिन था। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने कहा है कि पिछले महीने में पूरे एशिया में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसकी सबसे बड़ी वजह जलवायु परिवर्तन है।
कराची में आज हो सकती है बारिश
पाकिस्तान के मौसम विभाग के अध्यक्ष सरदार सरफराज ने बताया कि कराची में पिछले 2 दिन से जारी हीटवेव से आज कुछ हद तक छुटकारा मिल सकता है। शहर में तेज बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे तापमान 40 से गिरकर 38 डिग्री सेल्सियस तक आ सकता है।
इससे पहले पिछले महीने पाकिस्तान के मोहनजोदाड़ो में पारा 52 डिग्री के पार गया था। यह पाकिस्तान के इतिहास में अब तक का तीसरा सबसे गर्म दिन था। गर्मी को देखते हुए दुकानें बंद कर दी गई थीं।
वहीं कराची में भीषण गर्मी के बीच 20 घंटे तक बिजली नहीं आ रही थी। इसका विरोध करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए थे। इससे पहले पाकिस्तान में साल 2017 में सबसे ज्यादा 54 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जा चुका है।
क्या होता है हीटस्ट्रोक?
हीटस्ट्रोक तब होता है, जब हमारे शरीर का बेसिक हीट रेगुलेटिंग सिस्टम गर्मी के सामने पूरी तरह कोलैप्स हो जाता है, यानी थककर काम करना बंद कर देता है। यह खतरे की घंटी है। इन दिनों आप खबर पढ़ रहे होंगे कि मैक्सिको में एक्स्ट्रीम हीट के कारण बंदर पेड़ से गिरकर मर रहे हैं। इसकी वजह है हीट स्ट्रोक। हीट स्ट्रोक होने पर तुरंत मेडिकल केयर की जरूरत होती है। न मिलने पर अचानक मृत्यु भी हो सकती है।