वारः शुक्रवार, विक्रम संवतः 2080m शक संवतः1945m, सूर्योदयः प्रातः 6:33 सूर्यास्तः सायं 6:24 राहूकालः प्रातः 10:59 मिनट से 12:28 मिनट तक I
माह/पक्ष: फाल्गुन मास – शुक्ल पक्ष तिथि: षष्ठी रात्रि 10:09 मिनट तक तत्पश्चात सप्तमी रहेगीI
चंद्र राशिः वृष राशि रहेगी, चंद्र नक्षत्र : कृतिका नक्षत्र सायं 4:07 मिनट तक तत्पश्चात रोहिणी नक्षत्र रहेगा,योगः विश्कुंभ योग सायं 7:44 मिनट तक तत्पश्चात प्रीति योग रहेगा,अभिजित मुहूर्तः दोपहर 11:45 से 12:30 दुष्टमुहूर्त: कोई नहीं है I
तीज त्योहारः कोई नहीं हैI भद्राः कोई नहीं है I पंचकः नहीं है I
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल रहेगा जिसमें यात्रा वर्जित रहती है यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो थोड़ा अदरक खाकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें I
चर चौघड़िया – 6:33 बजे से 8:03 तक . लाभ चौघड़िया- प्रातः 8:03 बजे से 9:31 तक. अमृत चौघड़िया – प्रातः 9:31 बजे से 10:59 तक. शुभ चौघड़िया – दोपहर 1:57 बजे से 3:26 तक .चर चौघड़िया – सायं 4:55 बजे से 6:24 तक I
लाभ चौघड़िया- रात्रि 9:26 बजे से 10 : 56 तक. शुभ चौघड़िया – रात्रि 12:27 बजे से 1:58 तक . अमृत चौघड़िया – रात्रि 1: 58 बजे से 3:28 तक . चर चौघड़िया – रात्रि 3: 28 बजे से प्रातः 4:59 तक. चौघड़िया मुहूर्त यात्रा के लिए विशेष रूप से एवं अन्य शुभ कार्यों को करने के लिए शुभ एवं श्रेष्ठ माना गया है I