*⛅तिथि - अमावस्या प्रातः 04:26 जुलाई 06 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
*⛅नक्षत्र - आर्द्रा प्रातः 04:06 जुलाई 06 तक तत्पश्चात पुनर्वसु*
*⛅योग - ध्रुव प्रातः 03:49 जुलाई 06 तक तत्पश्चात व्याघात*
*⛅राहु काल - प्रातः 11:04 से दोपहर 12:43 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:59*
*⛅सूर्यास्त - 07:29*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:35 से 05:17 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:23 जुलाई 06 से रात्रि 01:05 जुलाई 06 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - चतुर्दशी आर्द्रा नक्षत्र योग (प्रातः 03:54 से प्रातः 04:57 तक में ॐ कार जप अक्षय फलदायी), दर्श अमावस्या*
*दान (फोन पे, गूगल पे, पे टी एम) - 7587246456*
*⛅विशेष -अमावस्या के दिन स्त्री सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए🔹*
घर में हर अमावस्या अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
*🔹पितृदोष निवारण*🔹
*देशी गाय को प्रतिदिन या अमावस्या को रोटी , गुड़, चारा आदि खिलाने से पितृदोष समाप्त हो जाता है ।*
*🔹स्मृतिशक्ति बढ़ाने के लिए🔹*
*स्मृतिशक्ति बढ़ाने हेतु सिर में नित्य बादाम का तेल अल्प मात्रा में अथवा बादाम तेल व नारियल तेल मिलाकर लगाना लाभप्रद है ।*
*🔹नौकरी-धंधे के लिये🔹*
*नौकरी-धंधे के लिये जाते हैं, सफलता नहीं मिलती तो इक्कीस बार श्रीमद् भगवद् गीता का अंतिम श्लोक बोलकर फिर घर से निकलें तो सफलता मिलेगी ।*