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युवा विस्तारक समाज में सक्रियता बढ़ा संघ का बढ़ायेंगे आधार

Updated on 30-10-2022 03:14 PM
 राष्ट्रीय स्वयं संघ की स्थापना के सौ साल 2025 में पूरे होने वाले हैं, इस अवसर पर वह समाज के विभिन्न वर्गों में अपनी पैठ और अधिक बढ़ाने तथा अपनी कल्पना के अनुसार उसका भविष्य गढ़ने के अभियान को तेजी से विस्तार देने जा रहा है ताकि उसका जन्म शताब्दी वर्ष गहराई तक उन लोगों में अपना प्रभाव फैलाये जिन्हें वह अपने से जोड़ना चाहता है। संघ की व्यवस्था वाले देश के 11 क्षेत्र हैं और उसके अन्तर्गत 45 प्रान्त हैं जिनमें यह महा अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। संघ की दृष्टि प्रोफेशनल्स और प्रभावी समूहों को संघ से जोड़कर अपनी शक्ति बढ़ाने की है इसके लिए विभिन्न टोलियों का गठन किया गया है। देश के भविष्य की तस्वीर संभालने और अपनी कल्पनाओं के अनुरुप उसे गढ़ने के मकसद से कुछ रणनीतिक बदलाव भी किए गए हैं जिसके अंतर्गत संगठन को मजबूत करने, युवा विस्तारको के सहारे वह समाज में अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है और इस प्रकार के प्रयास इसी वर्ष अप्रैल माह से तेजी से प्रारम्भ हो गए हैं। 
    प्रोफेशनल्स और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के कुछ प्रभावशील समूहों को जोड़ने के लिए उनकी सामाजिक टोलियां बनाई गई हैं जो लोगों को प्रभावित करते हुए उन्हें संघ की विचारधारा से जोड़ें और संघ के मकसद को भलीभांति समझा कर उन्हें अपने साथ वैचारिक प्रतिबद्धता  से प्रेरित कर साथ लायें। शिक्षा और प्रोफेशनल्स जगत के बीच काम करने के लिए प्राध्यापक कार्य टोली, स्कूल शिक्षा टोली, अधिवक्ता टोली और आईटी विषेशज्ञ टोली बनाई गई हैं। इसी प्रकार युवा व खेल जगत के लिए खिलाड़ी- प्रशासक व खेल संघ टोली, कृषक विशेषकर उन्नत खेती करने वाले और युवा किसानों की टोली, स्वरोजगार टोली और नवाचार टोली, प्रशासक अधिकारी जगत के लिए प्रशासनिक अधिकारी टोली, सेवानिवृत्त राज्य पुलिस सेवा टोली, चिकित्सा टोली, केन्द्र व राज्य के संस्थान, कारखाने व व्यावसायिक जगत बीएचईएल कर्मचारी मिलन टोली, उद्यमी-व्यवसायी टोली, हाट-बाजार व्यवसायी टोली, पत्रकार व कला साहित्य जगत के लिए कला टोली, पत्रकार टोली, साहित्यकार टोली, पत्र व स्तम्भ लेखक टोली, प्रबुद्धजन टोली और मातृभाषा टोली, जनसमूह के लिए कवर्ड केम्पस टोली बनी हैं। सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य देश के बौद्धिक, विभिन्न राजनीतिक विचारधारा और पंथ सम्प्रदाय के लोगों के साथ समन्वय का कार्य देख रहे हैं। वैद्य का केन्द्र मध्य भारत का सबसे प्रमुख शहर भोपाल है। सरसहकार्यवाह अरुण कुमार के पास विभिन्न श्रेणी के लोगों के बीच सम्पर्क का काम है। एक प्रकार से यह कहा जा सकता है कि जो विभिन्न टोलियां बनाई गई हैं उसके तहत विस्तार योजना की कार्यकारी व्यवस्था अरुण कुमार के जिम्मे है। 
    संघ की सोच है कि उसके स्थापना वर्ष का अवसर ऐतिहासिक होने के साथ ही मील का पत्थर भी साबित हो और इसी उद्देश्य को सामने रखकर शताब्दी वर्ष से पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समाज के बीच से नये समूहों को टोलियों के रुप में जोड़ने में एक नया कीर्तिमान स्थापित करे। इस काम के लिए पूरी मजबूती व प्रतिबद्धता के साथ विस्तारित करने हेतु देश के हर हिस्से से युवाओं को चुना गया है जिन्हें शताब्दी विस्तारक नाम दिया गया है। योजना के पहले चरण में दो वर्ष के लिए ऐसे 3 हजार विस्तारक छांटे जा चुके हैं और शीघ्र ही इसमें और युवा विस्तारक जोड़ें जायेंगे। मध्य भारत प्रान्त में इस समय 102 विस्तारक हैं जबकि लक्ष्य 240 का है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की आंतरिक व्यवस्था में विस्तारक वह कड़ी होता है जिसके जिम्मे समाज के बीच सक्रियता से काम करना रहता है। उनकी शाखा लगाने से लेकर टोलियां बनाने और व्यवस्था देखने की जिम्मेदारी  होती है। यह देखा गया है कि देश में संघ से जुड़ाव रखने वाले दो श्रेणी के लोग हैं जिनमें पहले वह लोग हैं जो किसी न किसी स्वरुप में संघ के करीबी हैं और दूसरे वह जो संघ के प्रति सद्भावना रखते हैं। समाज में जो व्यक्ति और वर्ग विशेष अभी तक इस विचारधारा से नहीं जुड़ पाये हैं उन तक संघ के विचार व रीति-नीति को पहुंचाने के लिए ही यह सारी कवायद हो रही है। 2019 से प्रकार के प्रयास प्रारम्भ हुए थे और उन्हें गति अप्रैल 2022 से मिली। इनके साप्ताहिक, पाक्षिक या मासिक एकीकरण और होली, विजयादशमी, दीपावली, विश्वकर्मा जयंती, नववर्ष प्रतिपदा जैसे उत्सव- अवसरों पर मिलन समारोह हो रहे हैं। इन समारोहों में साल भर की गतिविधियों का लेखा-जोखा तय करने के साथ ही नये साल के लक्ष्यों पर भी बात होती है। 
   जहां तक विभिन्न टोलियों का सवाल है उसमें से सेवानिवृत्त राज्य पुलिस सेवा टोली 2017 से ही सक्रिय है और वह लव जिहाद और धर्मान्तरण की घटनाओं पर निगरानी रख रही है। मध्यप्रदेश के एएसआई स्तर से लेकर एडीशनल जिला पुलिस अधीक्षक स्तर तक के सेवानिवृत्त अधिकारी मासिक मिलन करते हैं। इनके सदस्य अधिकारियों की संख्या 65 है और बैठक में 20 से 25 स्वयं सेवक अधिकारी उपस्थित होते हैं जो पूर्व निर्धारित विषयों पर चर्चा करते हैं। इस टोली का प्रमुख लक्ष्य अपने आसपास लव जिहाद और धर्मान्तरण जैसे विषयों की निगरानी करना है। उन्नत युवा कृषक टोली 2018 से किसानों को जोड़ने और उन्हें बाजार मुहैया कराने पर जोर दे रही है। इनका काम हर महीने के तीसरे सोमवार को बैठक करना है। भोपाल में अभी 40 युवाओं की टोली है जिसकी बैठक में 15 से अधिक स्वयं सेवक रहते हैं। अब इनकी वार्षिक बैठक की तैयारी चल रही है। कृषक टोली जैविक एवं प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों की समस्याओं का समाधान और उनको बाजार उपलब्ध हो सके इसके लिए रणनीति बनाना है। बीएचईएल यानी भेल कर्मचारी मिलन टोली 2016 से ही सबसे बड़े कारखाने में सक्रियता से जुटी है। इस टोली की भी नियमित बैठकें हो रही हैं और अब वार्षिक मिलन समारोह की तैयारी चल रही है। 
और यह भी
      ओरछा का राम राजा सरकार का मंदिर श्रद्धालुओं और राम भक्तों की आस्था का बड़ा केन्द्र हैं जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के दर्शन के लिए आते हैं। ओरछा के मुहाने पर देशी और और विदेशी शराब की एक बड़ी दुकान खुली हुई है जिसको बन्द करने को लेकर पिछले दिनों उमा भारती ने प्रदर्शन भी किया था। अब फिर जब उमा भारती ओरछा गईं तो वहां पर शराब की दुकान को देखकर आगबबूला हो गईं। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ओरछा के मुहाने पर देशी और विदेशी शराब  की बड़ी भारी दुकान मेरी राम भक्ति को चुनौती देती है। उमा भारती ने लिखा है कि यह दुकान मुझे प्रेरणा देती है कि यहां जो घटेगा वह पूरे मध्यप्रदेश के लिए उदाहरण होगा, देखते हैं कि क्या होगा। उमा भारती भाईदूज के दिन ओरछा में थीं जहां एक बार फिर शराब दुकान देखकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने लिखा कि राम राजा सरकार के दर्शन करने से मन प्रसन्नता से भर जाता है लेकिन मंदिर आते-जाते ठीक ओरछा के मुहाने पर एक बड़ी शराब दुकान मेरी राम भक्ति को चुनौती देती है। उमा भारती ने कहा कि जनता एवं हमारे स्वयं के घोर विरोध के बावजूद इसको लायसेंस मिला फिर मेरे द्वारा गोबर फेंकने के बाद इस दुकान को शासन ने बन्द कर दिया था, लेकिन बाद में दुकानदार कोर्ट से स्टे लेकर आ गया। आज मुझे अयोध्या बहुत याद आई। लोकसभा की दो सीटों से लेकर अयोध्या ने हमें दो बार केन्द्र में अपने बहुमत की सरकार बनाने की हैसियत प्रदान की। जब ढांचा गिरा वह गैर-कानूनी माना गया। हम सब अपराधी माने गये और वहीं अन्त में हमारे अपराध पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने ट्वीट किया कि उमा जी शराबबंदी पर रोज आपके बदलते बयान और लगातार यू-टर्न के बाद अब किसी को भी आपकी घोषणा पर भरोसा नहीं होता है। इसी वर्ष 14 जून को आपने ओरछा की इसी दुकान पर गोबर फेंका था। राम राजा सरकार के शहर में एक शराब दुकान आपकी राम-भक्ति को चुनौती दे रही है वह भी आपकी सरकार में ? देखते हैं कब क्या घटेगा।
अरुण पटेल,लेखक, संपादक

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