चीन के बीजिंग में 2027 में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का आयोजन किया जाएगा। वर्ल्ड एथलेटिक्स इंडोर चैम्पियनशिप (1-3 मार्च) से पहले ग्लासगो में आयोजित 234वीं वर्ल्ड एथलेटिक्स परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक से पहले इतावली एथलेटिक्स महासंघ ने रोम की दावेदारी को वापस ले लिया। जिसके बाद बीजिंग के लिए रास्ता साफ हो गया। इटली की सरकार ने पैसे देने से मना कर दिया, जिसके बाद इतावली एथलेटिक्स महासंघ ने दावेदारी से अपने हाथ पीछे खींच लिए।
चीन दूसरी बार वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का आयोजन कर रहा है। इससे पहले 2015 में चीन में इसका आयोजन हो चुका है। वहीं चीन में अगले साल नानजिंग में वर्ल्ड इंडोर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की भी मेजबानी कर रहा है। 2008 में चीन ने बीजिंग में ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक और 2022 में शीतकालीन खेलों की मेजबानी की।
वर्ल्ड एथलेटिक्स के अध्यक्ष सेबेस्टियन कोए ने एक बयान में कहा, 'यह दुनिया के सबसे बड़े वाणिज्यिक बाजारों में से एक में हमारे खेल और प्रशंसक आधार को बढ़ाने का एक बड़ा अवसर है।'
पिछले साल ओलिंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने भारत की बोली लगाने का दावा किया
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप और ओलिंपिक गेम्स में जेवलिन में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने पिछले साल ज्यूरिख में डायमंड लीग के 2027 के लिए बोली लगाने का दावा किया था।
नीरज ने ज्यूरिख में डायमंग लीग के दौरान प्रेस कांन्फ्रेंस में भारत की वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की मेजबानी की संभावना के बारे में पूछे जाने पर नीरज ने कहा था, 'भारत 2027 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की मेजबनी की बोली लगाने जा रहा है। मैं भारतीय फैन्स से अनुरोध करूंगा और मुझे उम्मीद है कि भारी संख्या में लोग उस टूर्नामेंट को देखने के लिए आएंगे।'
अब तक वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के 19 एडिशन हो चुके हैं
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 1976 से हो रहा है। 1976 ओलिंपिक गेम्स में 50 किमी वॉक को बाहर किए जाने के बाद वर्ल्ड एथलेटिक्स फेडरेशन ने इसकी शुरुआत की। 1976 के बाद 1980 में इसका आयोजन हुआ था। 1983 से 1991 तक प्रत्येक चार साल के बाद इसका आयोजन होता था। 1991 के बाद से इसका आयोजन हर दो साल बाद किया जाना लगा। 2025 वर्ल्ड चैम्पियनशिप टोक्यो में आयोजित की जाएगी। पिछली गर्मियों में ट्रैक का बड़ा आयोजन बुडापेस्ट, हंगरी में और उससे पहले गर्मियों में यूजीन, ओरेगॉन में आयोजित किया गया था।