कोलकाता । लंबे समय से यह चर्चा है कि भाजपा पश्चिम बंगाल चुनाव में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को अपना कप्तान बना सकती है। खुद गांगुली ने इस पर अब तक सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उन्होंने भाजपा नेतृत्व को बता दिया है कि वह न तो राजनीति में उतरना चाहते हैं और न ही विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि सौरव गांगुली ने पिछले महीने भाजपा के सामने यह साफ कर दिया है कि वह एक्टिव पॉलिटिक्स में शामिल नहीं होना चाहते हैं और क्रिकेट प्रशासक के तौर पर अपनी भूमिका से खुश हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि गांगुली की ओर से इनकार किए जाने के बाद पार्टी ने उनपर मन बदलने के लिए कोई दबाव नहीं डाला है।
खुद गांगुली की ओर से इस पर अभी कोई बयान नहीं आया है। भाजपा सूत्रों ने इन दावों की न तो पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की ओर इसारा करते हुए कहा कि पार्टी हमेशा चाहती थी कि गांगुली एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं, लेकिन वह कई दूसरी भूमिकाओं में व्यस्त रहे हैं। उन्होंने कहा, आज स्थिति अलग है, क्योंकि बंगाल में हम बड़ी राजनीतिक ताकत बन चुके हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सौरव गांगुली की ओर से कोई भी भूमिका पार्टी की मदद करेगी।
उल्लेखनीय है कि 2019 लोकसभा चुनाव में अभूतपूर्व प्रदर्शन करके ममता बनर्जी की अगुआई वाली तृणमूल कांग्रेस को झटका देने वाली भाजपा इस बार विधासनभा में बहुमत के लिए जोर लगा रही है। इसके लिए पार्टी को किसी ऐसे चेहरे की तलाश है, जो ममता बनर्जी को टक्कर दे सके। पार्टी ने सौरव गांगुली पर दांव लगाने का प्लान बनाया था। लोकसभा चुनाव के समय भी काफी अटकलें लगी थीं।