Select Date:

प्रकृति को समझने में पीछे क्यों

Updated on 01-11-2021 06:37 PM
प्रकृति की संरचना, प्रकृति के नियम, प्रकृति का व्यवहार और प्रकृति में हमारे जीवन की उत्पत्ति। हम इस ज्ञान पर अधिक चर्चा नहीं करते हैं। हम बहुत अधिक पॉपुलेशन के साथ शहरों में रहते हैं तो हमें कई चीजों का अभाव भी दिखता है जैसे स्वच्छ पानी, स्वच्छ हवा, शुद्ध खानपान, साफ-सुथरा रहन सहन आदि आदि। और जब प्रकृति हमे मौका देती है तब उस पर हम ध्यान नहीं देते हैं। बरसात में इतना स्वच्छ पानी आता है पर हम कभी भी पूरे जोश खरोश के साथ उस पानी के संरक्षण एवं संग्रहण पर ध्यान नहीं देते हैं। प्रकृति के हरेक मौसम में हमारे लिए कुछ न कुछ उपहार है बहुत सारे फल, वनस्पति और खाद्धान बी प्रदत्त है। बहुत कम लोग इन सब चीजों काआनंद लेते हैं परंतु अधिकतर लोग इन सब चीजों से मरहूम रहते हैं। प्रकृति में पारिस्थिति अनुसार हमें क्या क्या उपलब्धता हैं और हमें पारिस्थिति अनुसार उनका उपयोग व उपभोग करना चाहिए।
नेचर, इकोलॉजी, एनवायरनमेंट और यूनिवर्स इसका अध्ययन प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक होना चाहिए और निरंतर इन विषयों पर रिसर्च भी होते रहना चाहिए। प्रकृति का तत्व और सार समझ में आ जाएगा तो हमारा जीवन के कई संकट अपने आप दूर हो जाएगे। हम प्रकृति से जुड़े रहे और प्रकृति में रहेंगे तभी हमारे जीवन का सार प्रबल होगा।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)                   ये लेखक के अपने विचार है I                                    

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 16 November 2024
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक  जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
 07 November 2024
एक ही साल में यह तीसरी बार है, जब भारत निर्वाचन आयोग ने मतदान और मतगणना की तारीखें चुनाव कार्यक्रम घोषित हो जाने के बाद बदली हैं। एक बार मतगणना…
 05 November 2024
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
 05 November 2024
चिंताजनक पक्ष यह है कि डिजिटल अरेस्ट का शिकार ज्यादातर वो लोग हो रहे हैं, जो बुजुर्ग हैं और आमतौर पर कानून और व्यवस्था का सम्मान करने वाले हैं। ये…
 04 November 2024
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
 03 November 2024
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
 01 November 2024
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
 01 November 2024
संत कंवर रामजी का जन्म 13 अप्रैल सन् 1885 ईस्वी को बैसाखी के दिन सिंध प्रांत में सक्खर जिले के मीरपुर माथेलो तहसील के जरवार ग्राम में हुआ था। उनके…
 22 October 2024
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…
Advertisement