इजरायल, अमेरिका ने श्रीलंका के अरुगम इलाके से क्यों कहा भागो, क्या हिजबुल्लाह-हमास का निशाना है हिंद महासागर?
Updated on
24-10-2024 12:52 PM
नई दिल्ली: इजरायल ने बुधवार को अपने नागरिकों को दुनिया के कुछ पर्यटक क्षेत्रों को तुरंत छोड़ने को कहा है। इजरायल को ऐसे इनपुट मिले हैं कि दक्षिणी श्रीलंका में आतंकवादी हमला हो सकता है। यह चेतावनी हिंद महासागर में श्रीलंका के एक खूबसूरत अरुगम तटीय क्षेत्र को लेकर है। अरुगम एक समुद्री खाड़ी इलाका है, जो अपने सुंदर तट के लिए मशहूर है। इजरायल ने खतरे की सटीकता के बारे में तो नहीं बताया है, मगर अरुगम समेत श्रीलंका के बाकी हिस्सों में इजरायलियों के सतर्क रहने और खुली जगहों पर बड़ी सभा आयोजित करने से परहेज बरतने की अपील की है। यही अलर्ट अमेरिका और जर्मनी ने भी जारी किया है और अपने नागरिकों को फौरन अरुगम छोड़ने की अपील की है। जानते हैं क्या है अरुगम बीच और यह किसलिए जाना जाता है। क्या ये हिजबुल्लाह और हमास के निशाने पर है?
अरुगम को अरुगम कुदाह बुलाते हैं तमिल
अरुगम खाड़ी को स्थानीय लोग अरुगम कुदाह के नाम से बुलाते हैं। यह श्रीलंका के दक्षिण-पूर्वी तट के ड्राई एरिया में हिंद महासागर पर स्थित है। यह प्राचीन बट्टिकलोआ क्षेत्र (मट्टाकल्लप्पु देसम) के एक ऐतिहासिक समझौते के तहत श्रीलंका को मिला था।
कई हाथियों का घर है अरुगम कुदाह का इलाका
अरुगम की खाड़ी बट्टिकलोआ से 117 किलोमीटर दक्षिण में, कोलंबो से 320 किलोमीटर पूर्व में और पोट्टुविल के बाजार शहर से लगभग 4 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। इसके निकटवर्ती एक मुस्लिम गांव पोट्टुविल है, जो कारोबार और यातायात का केंद्र है। इस क्षेत्र को कुमाना के नाम से भी जाना जाता है, जहां पनामा (श्रीलंका) की तमिल/सिंहली बस्ती और ओकांडा के तमिल इलाकों तक पहुंचा जा सकता है। स्थानीय क्षेत्र कई हाथियों का घर है, जो अक्सर लाहुगाला और कुमाना राष्ट्रीय उद्यानों के बीच यात्रा करते हैं।
मुस्लिम बहुल इलाका है अरुगम की खाड़ी
अरुगम क्षेत्र की मुख्य बस्ती को उल्लाए के नाम से जाना जाता है। यहां की मुख्य आबादी मुस्लिम है। हालांकि, गांव के दक्षिण में एक महत्वपूर्ण श्रीलंकाई तमिल और सिंहली आबादी है, साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय प्रवासी भी हैं, जो मुख्य रूप से यूरोप और ऑस्ट्रेलिया से आते हैं।
मछली पकड़ने और पर्यटन के बीच संघर्ष
केंद्र सरकार और तमिल अलगाववादियों के बीच लड़ाई की अवधि के दौरान पर्यटन काफी कम महत्वपूर्ण था। दरअसल, यहां के ज्यादातर होटल अक्सर मछुआरों की मछली खरीद लेते थे। जब यहां शांति आई तो पर्यटन का विस्तार हुआ और कई मछली पकड़ने वाले लोग जो संघर्ष से कम प्रभावित क्षेत्रों में चले गए थे, वे वापस लौट आए।
इजरायली पर्यटकों को खूब भाती है अरुगम की खाड़ी
अरुगम खाड़ी इजरायली पर्यटकों के लिए एक पॉपुलर डेस्टिनेशन है, जहां कई रेस्तरां, स्पा और दूसरी खुदरा दुकानें हिब्रू में लिखी हुई हैं। इजरायली पर्यटकों ने क्षेत्र में एक चबाड हाउस स्थापित किया है।
सर्फिंग के लिए आते हैं इजरायली और यूरोपीय
अरुगम बे एक लोकप्रिय सर्फिंग स्थान है। यह श्रीलंका में इकलौता अंतरराष्ट्रीय सर्फ प्रतियोगिता स्थल भी है। इसे दुनिया के शीर्ष दस सर्फ स्थलों में से एक के रूप में भी दर्जा दिया गया है, जिसे ओफेक के मेन पॉइंट के रूप में भी जाना जाता है। यहां सर्फिंग करने के लिए यूरोप, अमेरिका और इजरायल से सैलानी आते हैं। अरुगम ने 2004 से श्रीलंका में अधिकांश अंतरराष्ट्रीय सर्फिंग प्रतियोगिताओं की मेजबानी भी की है।
अमेरिकी दूतावास ने भी जारी की है चेतावनी
श्रीलंका में अमेरिकी दूतावास ने भी एक सुरक्षा चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है अरुगम खाड़ी क्षेत्र में लोकप्रिय पर्यटन स्थलों को निशाना बनाकर हमले की पुष्ट सूचना मिली है। ऐसे में अमेरिकी नागरिकों को अगली सूचना तक अरुगम खाड़ी क्षेत्र से दूर रहने का आग्रह किया जाता है। हालांकि, इसके बारे में ज्यादा डिटेल नहीं दी गई है।
जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने कहा-तुरंत छोड़ो तट
इस बीच, जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने भी पर्यटन स्थलों पर संभावित हमलों के संकेत का हवाला देते हुए अपने नागरिकों को जल्द से जल्द अरुगम समेत तटीय पर्यटन क्षेत्र को खाली करने को कहा है। आतंकी हमलों से बचने के लिए जितनी जल्दी हो सके इसे छोड़ने की अपील की है।
इजरायलियों को हिब्रू वाली टी-शर्ट पहनने पर रोक
अमेरिका और इजरायल ने अपने अलर्ट में कहा है कि इजरायली नागरिकों या दूसरे लोगों को यह सलाह दी जाती है कि वो खुले तौर पर ऐसी किसी भी चीज का प्रदर्शन करने से बचें जो उन्हें इजरायली नागरिक के रूप में पहचान सके। हिब्रू में लिखी टी-शर्ट या कोई भी प्रतीक जो इजरायलियों के धर्म या राष्ट्रीयता का खुलासा करता हो, उसे कतई न पहनें।
अरुगम में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात
श्रीलंका में अरुगम इलाके में बड़ी संख्या पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। सभी को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। पुलिस प्रवक्ता निहाल थल्दुवा ने कोलंबो में जारी एक वीडियो बयान में कहा कि इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं। यह क्षेत्र सर्फिंग के लिए एक लोकप्रिय स्थान है और इसने बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित किया है। हम इजरायली पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।
8 महीने में 15 लाख टूरिस्ट पहुंचे, इसमें से 20 हजार इजरायली
सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल के पहले आठ महीनों में 15 लाख पर्यटक श्रीलंका पहुंचे, जिनमें इजरायल से कुल 20,515 पर्यटक शामिल थे। श्रीलंका अपने प्राचीन समुद्र तटों, चाय बागानों और ऐतिहासिक मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर पर्यटकों की संख्या में फिर से बढ़ोतरी देखी जा रही है क्योंकि यह द्वीप राष्ट्र गंभीर वित्तीय संकट से उबर रहा है।
क्या हिंद महासागर में हिजबुल्लाह या हमास का हो सकता है हमला
इजरायल, अमेरिका और जर्मनी की सरकारों को जिस आतंकी खतरे की सूचना मिली है, उसके तार किससे जुड़े हैं, ये स्पष्ट तो नहीं हैं। इजरायल की इस वक्त हिजबुल्लाह और हमास से जंग चल रही है। ऐसे में यह खतरा कुछ भी हो सकता है। हिंद महासागर के इलाके में ऐसा कोई हमला होता है तो यह भारत के लिए भी चिंता की बात हो सकती है।
भाजपा की सहयोगी पार्टी तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अडाणी रिश्वत मामले पर प्रतिक्रिया दी है। नायडू ने विधानसभा में कहा कि…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 7 बजे दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे। यहां वे कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे महाराष्ट्र-झारखंड चुनाव के नतीजों पर चर्चा करेंगे।महाराष्ट्र की 288…
शराब नीति केस में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर गुरुवार दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने ED को नोटिस जारी किया। इसमें जांच एजेंसी से…
भाजपा ने गुरुवार को कहा अडाणी ग्रुप के खिलाफ अमेरिकी केस में नामित चारों राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं थी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और तमिलनाडु में उसकी सहयोगी पार्टी…