जिनके खुद खाने के लाले पड़ रहे हैं ऐसे लोग चार चार पाच पाच बच्चे पैदा क्यों कर रहे हैं। जब वे बच्चों का लालन-पालन ठीक से नहीं कर सकते तो फिर इतनी बच्चों की फोज क्यों और खास करके ऐसे माता-पिता जो बच्चे तो पैदा कर देते हैं पर एक दूसरे को छोड़कर अन्य से दूसरी शादी कर लेते हैं और उन बच्चों को अकेला छोड़ देते हैं। यह जो बिना वजह की भीड़ में बच्चे जो पैदा होते हैं अकसर लड़कियां पथ से भटकती है लड़के पथभ्रष्ट हो जाते हैं और अनैतिक गतिविधि में लग जाते हैं। हिंदुस्तान की पापुलेशन बिला वजह बढ़ रही है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत सतत गतिविधियां चालू रखना होगी। और इसमें धर्मगुरुओं ने अपनी भूमिका अच्छे से निभाना चाहिए अपने हर प्रवचन में हर उदाहरण में कम बच्चे पैदा करें इस बात के लिए प्रेरित करना पड़ेगा। सरकार भी एक मंत्रालय ऐसा बनाये जहां यह जो ज्यादा बच्चे पैदा हो जाते हैं उन्हें अपनी फौज में भर्ती करें या उन्हें बचपन से कोई हुनर सिखाने के लिए कार्यक्रम रखें ताकि भविष्य में उनके रोजगार की तकलीफ ना हो और वह समाज की जीवनधारा में जुड़े रहे। प्रारंभिक शिक्षा हर इंसान हर बच्चे के लिए निश्चित रूप से होना चाहिए। अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…