पुलिस के अनुसार शैल कुमारी सिंह कटनी में पीएचई विभाग में एसडीओ के पद पर कार्यरत हैं। 29 अक्टूबर को नर्मदा एक्सप्रेस के एसी कोच कोच बी-3 की बर्थ नंबर 57 पर वे कटनी साउथ से सीहोर यात्रा कर रही थीं, उनका पर्स वे सिरहाने रखकर सो रही थीं।
रात करीब 2 बजे जब ट्रेन गुर्रा स्टेशन पर खड़ी थी, तभी एक नकाबपोश बदमाश महिला का पर्स झपटकर भागने लगा, नींद खुलने पर महिला अधिकारी और बदमाश में खींचतान हुई, कोच के अन्य यात्री भी हंगामा होते ही जाग गए, लेकिन बदमाश पर्स लेकर भागने में सफल हो गया।
एसडीओ के अनुसार पर्स में सोने का हार, दो कंगन, एक जोड़ी बाली एक जोड़ी बाले 9 ग्राम, मांग टीका, नथ, मंगलसूत्र, चैन एक पावर बैंक, बैंक लाकर की चाबी, एटीएम, मोबाइल समेत लाखों रुपये का सामान था। महिला की शिकायत के बाद 30 अक्टूबर को पुलिस ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ अपराध दर्ज किया था।
पुलिस के अनुसार राजेश यादव पर पूर्व में कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गुर्रा क्षेत्र में हुई वारदात को लेकर पुलिस को राजेश पर संदेह है, इसी मामले में पूछताछ के लिए पिपरिया एवं गाडरवाड़ा जीआरपी लगातार दबिश दे रही थी, हालांकि राजेश पुलिस के हाथ नहीं लगा, इस बीच राजेश ने गुरूवार को जहर खा लिया। आरोप है कि जीआरपी राजेश को पूछताछ का दबाव बना रहे थे। पुराने मामलों में राजेश बरी हो चुका है, उसे डर था कि पुलिस उसे फंसा देगी।
मामले को लेकर गाडरवाड़ा जीआरपी के उपनिरीक्षक विष्णु प्रसाद मिश्रा ने कहा चोरी की बड़ी वारदात हुई है, आला अधिकारियों के निर्देश पर चोरों की तलाश में टीमें पूछताछ कर रही हैं, राजेश और उसका दोस्त दिनेश मालवीय संदेही हैं। दिनेश मिल गया, उसने कहा कि वह मजदूरी कर रहा है, अपराध छोड़ दिया है।
मिश्रा ने कहा कि, राजेश को लगातार पूछताछ के लिए बुलाने के बावजूद वह नहीं आ रहा था, उसे सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा था, लेकिन वह बहाने करता रहा। दीवाली के बाद आने काे कहा, टीम ने रामपुर थाने आने काे भी कहा, लेकिन वह नहीं आया। जिस क्षेत्र में घटना हुई है, राजेश वहां का आदतन अपराधी रहा है। किसी तरह से टीम ने उसे प्रताड़ित नहीं किया है, वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है, उसके स्वजन भी गुमराह कर रहे हैं।