नई दिल्ली ।अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएंगे। इस बार का मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन के बीच में है। अमेरिका में वोटिंग के समय की बात करें तो ऐसा इसलिए क्योंकि भारत और अमेरिका के बीच लगभग 10.30 घंटे समय का अंतर है। अमेरिकी समयनुसार इस बार वोटिंग सुबह 6 बजे से शुरू होगी और रात 9 बजे तक समाप्त होगी। अमेरिका के सभी 50 राज्यों में एक साथ वोटिंग होगी। करीब 24 करोड़ मतदाता इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव सर्वेक्षणों में कहा गया है जिन महत्वपूर्ण राज्यों में मतदाता पहले ही मतदान कर चुके हैं, वहां डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो. बिडेन आगे हैं, जबकि जहां अभी मतदान होना है, वहां ट्रंप को महत्वपूर्ण बढ़त मिलने जा रही है। ट्रंप ने कहा, मेरा मानना है कि यह खतरनाक बात है कि किसी चुनाव के बाद मतपत्र एकत्रित किए जा सकें। मुझे लगता है कि यह खतरनाक बात है कि जब लोगों या राज्यों को चुनाव संपन्न होने के बाद लंबे समय तक मतपत्रों को जमा करने की इजाजत हो। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को उन खबरों को खारिज किया कि वह मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव संपन्न होने से पहले ही जीत की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया कि वह मतदान संबंधी उच्चतम न्यायालय के एक फैसले के संबंध में चुनाव होते ही कानूनी लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिकी चुनाव के परिणाम को लेकर यह साफ नहीं है कि इस बार वोटिंग के दिन ही मतदान खत्म होने के बाद रात में ही घोषणा हो जाएगी या फिर अगले दिनों में। लेकिन मतगणना खत्म होने के बाद नतीजों का अनुमान मिलने लगेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पेन्सिलवेनिया और मिशिगन के अधिकारी पहले ही यह कह चुके हैं कि नतीजों में उन्हें तीन दिन तक का समय लग सकता है। चुनाव दिवस की पूर्व संध्या पर कम से कम 9.2 करोड़ लोगों ने परहले ही मतदान कर दिया है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट की माने तो वहां की कुल आबादी में 25.7 करोड़ से अधिक लोग 18 साल या फिर उससे अधिक उम्र के हैं। इस बार लगभग 24 करोड़ लोग वोटिंग के योग्य हैं। इस सूची में उन लोगों के नाम शामिल हैं जिन्होंने कम से कम एक लाख डॉलर से अधिक की वित्तीय मदद उपलब्ध कराई। हालांकि, भारतीय-अमेरिकियों ने जितनी संख्या में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और बिल क्लिंटन के प्रचार के लिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराई थी, उसके मुकाबले बाइडेन को मदद उपलब्ध कराने वालों की संख्या काफी कम है।