नगरीय निकाय चुनाव : एक्शन मोड़ में दिग्विजय और विष्णु दत्त
Updated on
26-02-2021 01:36 PM
मध्यप्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा तैयारियां करने में पूरी ताकत से भिड़ गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सांसद दिग्विजय सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद विष्णु दत्त शर्मा पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गए हैं। दिग्विजय सिंह ने राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बी पी सिंह को ज्ञापन सौंपकर नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम की जगह मतपत्रों से कराने की मांग की जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कांग्रेस की मांग पर तंज करते हुए कहा कि जब जीत मिले ईवीएम अच्छी हार देखकर बुराई करने लगती है कांग्रेस। इन चुनावों में अपने पुराने फार्मूले से यू टर्न लेते हुए शर्मा ने सतना में कहा कि 60 साल उम्र वाले भी चुनाव लड़ सकते हैं भाजपा में चुनाव लड़ने के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं है केवल जीतने की क्षमता होना चाहिए। शर्मा मैदानी तैयारियां करने के लिए सतना रीवा के दौरे पर रहे तो दिग्विजय सिंह राजधानी भोपाल में मैदान में नजर आ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के एजेंडे में भी नगरीय निकाय चुनाव सर्वोच्च प्राथमिकता में है तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदाताओं का झुकाव हो इसको लेकर सधे हुए कदमों से आगे बढ़ रहे हैं तथा उनका लक्ष्य भाजपा की एकतरफा जीत है।
प्रदेश में आसन्न नगरीय निकाय चुनाव 2021 का मतदान, मतपत्रों से कराए जाने की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया एवं अरूण यादव द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की अगुआई में मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त को सौंपा। दिग्विजय द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस की ओर से निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि प्रदेश में जितने भी चुनाव ईवीएम मशीन से सम्पन्न हुए हैं, सभी में ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाया जाता रहा है। ईवीएम मशीन से चुनाव को लेकर हर बार मतदाताओं द्वारा शिकायतें की जाती रही हैं कि ईवीएम मशीन से जिस प्रत्याशी को मतदान किया जाता है वह उसे न जाकर अन्य प्रत्याशी के पक्ष में मतदान हो जाता है। इससे मतदाता को हमेशा संशय बना रहता है कि उनके द्वारा अपने पसन्दीदा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान हुआ है या नही? ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी राज्य निर्वाचन आयोग से ईवीएम मशीन से मतदान की विश्वसनीयता पर संदेहास्पद होने का हवाला देते हुए जनवरी 2020 से लगातार मतपत्रों से चुनाव कराने का अनुरोध कर रही है। इसीलिए प्रदेश में आगामी नगरीय निकाय चुनाव 2021 का मतदान ईवीएम मशीन से सम्पन्न नहीं कराया जावे। प्रदेश कांग्रेस ईवीएम मशीन से होने वाले मतदान की प्रक्रिया को पूर्ण रूप से अस्वीकार करती है तथा उन्होंने निर्वाचन आयुक्त से निवेदन किया है कि वे मध्यप्रदेश के करोड़ों-करोड़ मतदाताओं को उनके द्वारा किये गए मतदान की संतुष्टि के लिए नगरीय निकाय चुनाव 2021 का मतदान ईवीएम मशीनों से न कराकर पूर्वानुसार मतपत्रों के माध्यम से ही कराया जाए। दिग्विजय की अगुवाई में ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष प्रकाश जैन, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं चुनाव आयोग कार्य प्रभारी एडवोकेट जेपी धनोपिया, पूर्वमंत्री राजकुमार पटेल, भोपाल शहर एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, पूर्व महापौर विभा पटेल, आदि नेता शामिल थे।
विष्णु दत्त शर्मा का पलटवार
कांग्रेस द्वारा मतपत्रों से चुनाव कराने की मांग पर भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने पलटवार करते हुए दिग्विजय को निशाने पर लेते हुए कहा है कि गुजरात के नगर निकाय चुनाव में भाजपा को जिस प्रकार की विजयश्री मिली है, उसे देखकर दिग्विजय सिंह के पेट में फिर दर्द शुरू हो गया है। निर्वाचन आयोग के सामने जाकर फिर राग अलापने लगे कि प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए। सच्चाई यह है कि कांग्रेस को हार का डर अभी से सताने लगा है। जब कांग्रेस चुनाव जीतती है और कांग्रेस की सरकार बनती है, तो ईवीएम अच्छी हो जाती है। लेकिन जब हारने लगते हैं, तो बहाना तलाशने और अपने-आपको चर्चा में बनाए रखने के लिए कांग्रेस के लोग ईवीएम की बुराई करने लगते हैं। शर्मा रीवा में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रीवा में भी नगरीय निकाय क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों का सम्मेलन हुआ, जिसमें ‘बूथ जीता तो चुनाव जीता’ के मंत्र को जमीन पर उतारने के लिए और बूथ को सशक्त बनाने पर चर्चा की गई।शर्मा ने कहा कि चुनाव संचालन समिति की बैठक में यह तय किया गया है कि नगर निकाय चुनाव के लिए पार्टी का जो घोषणा पत्र होगा, वह भाजपा का नहीं बल्कि जनता की सोच से, जनमत पर आधारित होगा
और अंत में...........
दिग्विजय सिंह भोपाल नगर निगम द्वारा हुजूर विधानसभा क्षेत्र में गरीबों के मकान तोड़े जाने के बाद क्षतिग्रस्त मकानों का निरीक्षण करने व आमजनों के नुकसान का जायजा लेने ग्राम कलखेड़ा पहुंचे तथा उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मकानों को चिन्हित करके न करे कार्यवाही अन्यथा कांग्रेस करेगी निगम प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन। दिग्विजय ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे आज- कल बहुत धर्म की राजनीति कर रहे हैं फिर बताएं उनके विधानसभा क्षेत्र हुजूर के ग्राम कलखेड़ा में भोपाल नगर निगम ने हिंदुओं के मकान क्यों तोड़े, क्या अब इस कार्यावाही से उनका हिंदुत्व नही जाग रहा? भाजपा से कांग्रेस में आये पूर्व विधायक जितेंद्र मन्नू डागा के कोलार स्थित डागा मोटर्स पहुंचकर दिग्विजय सिंह ने राजनीतिक दुर्भावना से नगर निगम भोपाल द्वारा की गई तोड़फोड़ की कार्यवाही का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूर्व विधायक जितेंद्र डागा के साथ हैं और मैं व्यक्तिगत रूप से डागा के पक्ष में लड़ाई लड़ूंगा। प्रशासन नही मानेगा तो कोर्ट में लड़ाई होगी। दिग्विजय ने कलेक्टर भोपाल को कहा है कि वे उन्हें भोपाल शहर के उन भाजपा नेताओं की लिस्ट सौपेंगे जिन्होंने अवैध रूप से ज़मीनों पर कब्ज़ा और अतिक्रमण कर रखा है। उन्होंने कहा फिर देखेंगे कि नगर निगम भोपाल किस मुस्तैदी के साथ उन अतिक्रमणों को तोड़ता है।
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