Select Date:

उमा भारती: "कौए खा रहे खीर और कलयुग में हंस चुग रहे दाना"

Updated on 04-02-2021 11:13 AM
पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों सोशल मीडिया पर अपने मनोभाव प्रकट कर रही हैं। भाजपा नेता यह सब देख रहे हैं और समझने की कोशिश कर रहे हैं जबकि कांग्रेसी नेता खुलकर उमा भारती के साहस की प्रशंसा करते हुए तंज कर भाजपा नेतृत्व की घेराबंदी कर रहे हैं। सोशल मीडिया में भारती द्वारा लगातार छोड़े जा रहे तीरों का कारण और उसके पीछे छिपे हुए मंतव्य की खोज कर रहे हैं कि आखिर क्यों भारती इस तरह अचानक अपनी ही पार्टी के नेतृत्व के प्रति इशारों-इशारों में आक्रामक हो गई हैं। भारती का यह ट्वीट काफी चर्चित हो रहा है जिसमें उन्होंने लिखा है कि "डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी देश के बेहद प्रतिभाशाली नेता हैं लेकिन उनकी प्रतिभा का सही उपयोग नहीं हो पाया। स्वामी मेरे आदर्श और हीरो हैं कलयुग की त्रासदी है कि कौए खीर खा रहे हैं तथा हंस मोती की जगह दाना चुग रहे हैं।" दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि मैंने हमेशा डॉ. स्वामी को अपना हीरो और आदर्श माना है। वह भारतीय राजनीति के सर्वाधिक बुद्धिमान, भारतीय अर्थनीति की गहरी समझ रखने वाले एक विद्वान हिंदू हैं।
उमा भारती ने कल मंगलवार 2 फरवरी 2021 को सुबह लगातार ट्वीट किए जिसमें उन्होंने यही भी लिखा था कि जब मैंने अपने लेख में डॉ. स्वामी को अपना हीरो और आदर्श कहा तो बहुत लोग प्रसन्न हुए और कुछ लोग नाराज भी हुए। भारती ने यह भी लिखा है कि मेरे नेता अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और राजमाता विजयाराजे सिंधिया हैं। जब बात कलयुग की भारती ने की तो फिर पूर्व मुख्यमंत्री राजसभा सदस्य दिग्विजय सिंह कहाँ चूकने वाले थे। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों को लेकर एक ट्वीट किया था उसे दिग्विजय सिंह ने रिट्वीट करते हुए लिखा है कि स्वामी ने अपनी सरकार की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए जो ट्वीट किये उसकी एक इमेज शेयर की है जिसमें लिखा है कि राम के भारत में पेट्रोल 93 रुपया, सीता के नेपाल में 53 रुपया  और रावण की लंका में 51 रुपया है। दिग्विजय ने रिट्वीट में लिखा है कि आपने ठीक कहा स्वामी जी घोर कलयुग है। कांग्रेस नेता के.के मिश्रा ने उमा भारती की प्रशंसा करते हुए तंज करते हुए लिखा है कि जिस पुरुष प्रधान राजनीतिक दल में इस दौर में पुरुषत्व विलुप्त प्रजाति का दर्जा पा चुका है वहां "महिला नेत्री" संघर्षों की पर्याय, कद्दावर, सच की पहचान दीदी उमा भारती जी के अदम्य साहस को सेल्यूट दीदी प्रणाम जिंदा दिखाई देने वाला ही अमर रहता है।
जब कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी तो फिर भाजपा की ओर से भी उत्तर आना ही था। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता तथा प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि उमाजी  द्वारा सुब्रमण्यम स्वामी की तारीफ करने को भाजपा नेतृत्व की आलोचना कहना सरासर  गलत है। उमा जी वरिष्ठ नेता हैं और उनके शेष निजी विचारों पर टिप्पणी करना मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर है एवं उचित भी नहीं है।
 भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि भारती वरिष्ठ नेताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने या नेतृत्व को परेशान करने के लिए बयान देती रहती हैं। हालाकि इससे पार्टी नेतृत्व के सामने कोई बड़ा संकट खड़ा होने वाला नहीं है क्योंकि सभी जानते हैं  कि भारती यदा-कदा ऐसी बात कहती रहती हैं जो इशारों-इशारों में नेतृत्व के लिए होती है। उल्लेखनीय है कि भारती राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़ी रही हैं। बीते वर्ष जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास करने अयोध्या जाने वाले थे उस समय उन्होंने बयान दिया था कि वह कार्यक्रम में शामिल ना होकर सरयू किनारे ध्यान लगाएंगी। मध्यप्रदेश सहित तमाम भाजपा शासित राज्यों में सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से शराबबंदी की दिशा में प्रयास किये जाने का अनुरोध किया था। 2019 में उमा भारती ने स्वयं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था। उल्लेखनीय है कि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की टीम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थीं पर उसके बाद नई टीम में उन्हें कोई पद नहीं मिला है। हालांकि उन्होंने पिछले वर्ष हुए 28 विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के लिए प्रचार किया था। राजनीतिक गलियारों में भारती के कुछ महीनों से किए जा रहे ट्वीट को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि फिलहाल पार्टी की तरफ से राष्ट्रीय स्तर पर या प्रादेशिक स्तर पर उनके पास कोई दायित्व नहीं है।
सद्बुद्धि के लिए कमल पटेल का उपवास
दिल्ली की सीमा पर आंदोलन करने वाले किसानों ने 26 जनवरी को लाल किले में जो घटना हुईं उसके प्रायश्चित स्वरूप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उपवास किया था। भाजपा के बड़े से लेकर छोटे  नेता तक यह बात कह रहे हैं किसान आंदोलन इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें नए कृषि कानूनों को लेकर विरोधी दलों ने भ्रमित किया है। मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल जगह-जगह किसानों की पंचायतें लगाकर नए कृषि कानूनों का फायदा उन्हें समझा रहे हैं। अब उन्होंने भी आंदोलनकारी किसानों को सद्बुद्धि आए इस उद्देश्य कल 4 फरवरी को मां नर्मदा के नाभि स्थल पर हरदा में एक दिन का उपवास करने का ऐलान किया है।  कृषि मंत्री पटेल ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों और इस आंदोलन को हवा दे रहे राजनीतिक संगठनों से हाथ जोड़कर आंदोलन वापस लेने की अपील की है। कमल पटेल ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गांव में संपत्ति का स्वामित्व दिया गया है, कृषि कानून बनाकर किसानों को उद्योग, व्यापार के क्षेत्र में बराबरी पर लाने का प्रयास किया गया है, इसमें व्यवधान डालने से सभी को बाज आना चाहिए और देश तरक्की की राह पर है इसे चलने देना चाहिए। उन्हें यकीन है कि उनके उपवास के बाद वास्तविक किसान संगठन के नेताओं को सद्बुद्धि आएगी। उन्होेंने कहा कि यह आंदोलन समाप्त होना चाहिए ताकि किसानों को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाया जा सके। अब यह तो कुछ दिन बाद पता चलेगा कि कमल पटेल के उपवास का आंदोलनकारी किसान संगठनों पर कितना असर होता है।
और अंत में ...
वैसे भाजपा नेता उमा भारती द्वारा हंस के खीर खाने का अपने ट्वीट में उल्लेख किया है लेकिन जो फिल्मी गाना गोपी फिल्म में महेंद्र कपूर की आवाज में था और पर्दे पर दिलीप कुमार तथा सायरा बानो थे उसके बोल इस प्रकार हैं 
" रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा हंस चुगेगा दाना, तिनका कौआ मोती खाएगा। "
अरुण पटेल, लेखक                                                                 ये लेखक के अपने विचार है I 
प्रबंध संपादक सुबह सवेर 
कार्यकारी संपादक अमृत संदेश
    

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 16 November 2024
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक  जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
 07 November 2024
एक ही साल में यह तीसरी बार है, जब भारत निर्वाचन आयोग ने मतदान और मतगणना की तारीखें चुनाव कार्यक्रम घोषित हो जाने के बाद बदली हैं। एक बार मतगणना…
 05 November 2024
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
 05 November 2024
चिंताजनक पक्ष यह है कि डिजिटल अरेस्ट का शिकार ज्यादातर वो लोग हो रहे हैं, जो बुजुर्ग हैं और आमतौर पर कानून और व्यवस्था का सम्मान करने वाले हैं। ये…
 04 November 2024
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
 03 November 2024
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
 01 November 2024
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
 01 November 2024
संत कंवर रामजी का जन्म 13 अप्रैल सन् 1885 ईस्वी को बैसाखी के दिन सिंध प्रांत में सक्खर जिले के मीरपुर माथेलो तहसील के जरवार ग्राम में हुआ था। उनके…
 22 October 2024
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…
Advertisement