इंदौर। राजनगर में सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे घर के बाहर रंगोली बना रहीं दो बेटियों को तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया। इसके बाद कार दुकान में जा घुसी। हादसा इतना भयानक था कि दोनों कार के नीचे फंस गई थीं।
स्वजन ने मशक्कत के बाद उन्हें निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे। तब तक नाबालिग कार चालक निवासी हुकमचंद नगर फरार हो गया। हादसे में 14 वर्षीय नव्या को गंभीर चोट आई है। वह निजी अस्पताल में आईसीयू में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है, वहीं नीट की तैयारी कर रही 20 वर्षीय प्रियांशी दूसरे अस्पताल में भी भर्ती है।
प्रत्यक्षदर्शी उमेश कुशवाह ने बताया कि जैसे ही दुर्घटना हुई, वे दौड़कर दोनों को अस्पताल पहुंचाने में मदद के लिए आए। राजकुमार प्रजापत ने बताया कि प्रियांशी उनकी भतीजी है।
दुर्घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। बताया जा रहा है कि आरोपित के चाचा की राजनगर में किराना की दुकान है। वह चाचा से मिलने के बाद घर के लिए निकला था। जय भवानी नगर की संकरी गलियों से घर जाने का रास्ता पास होने से वह यहां से जा रहा था।
रहवासियों के मुताबिक क्षेत्र में नशे की लत और असामाजिक तत्वों का आतंक बढ़ गया है। अक्सर बदमाश नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए हादसों को अंजाम दे रहे हैं। यह घटना भी इसी का परिणाम हो सकती है। यहां पुलिस का खौफ समाप्त हो चुका है।
स्वजन ने बताया कि प्रियांशी डॉक्टर बनना चाहती है, इसलिए वह नीट की तैयारी कर रही है। पिता रंगोली की दुकान संचालित करते हैं। नव्या कक्षा आठवीं में पढ़ती है। पिता की पान की दुकान है। दोनों पड़ोसी हैं और अपने-अपने घरों के बाहर रंगोली बना रही थीं।