अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी कॉलेज से ग्रैजुएशन करने वाले विदेशी छात्रों को ग्रीन कार्ड देने का वायदा किया है। एक पॉडकास्ट में ट्रम्प ने कहा कि इस कदम से भारत और चीन जैसे देशों के प्रतिभाशाली छात्र अमेरिका में रह पाएंगे।
ट्रम्प से पूछा गया था कि क्या वे वादा करते हैं कि जब उनकी सरकार बनी तो वे टेक कंपनियों को भारत जैसे देशों से प्रतिभाशाली लोगों की हायरिंग में मदद करेंगे।
इस पर ट्रम्प ने कहा- मैं ऐसा करना चाहता हूं और मैं ऐसा करूंगा भी। मुझे लगता है कि अमेरिकी कॉलेज से ग्रैजुएशन करने वाले छात्रों को तुरंत ग्रीन कार्ड दे दिया जाना चाहिए। इससे वे अमेरिका में रह पाएंगे और यहां का विकास में मदद कर पाएंगे।
ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका को हाई स्किल्ड छात्रों को यहां रोकने की कोशिश करनी चाहिए। उनकी योजनाओं से देश को फायदा होगा। ट्रम्प ने कहा कि वे कई लोगों को जानते हैं जिन्होंने अमेरिका से ग्रैजुएशन किया लेकिन ग्रीन कार्ड न होने की वजह से वे यहां न रुक सके। फिर वो अपने देश चले गए और वहां जाकर अरबपति बन गए।
2 लाख से अधिक स्टूडेंट कर रहे पढ़ाई
2023 के आंकड़ों के मुताबिक, 2 लाख से अधिक भारतीय छात्र अमेरिका से ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन कर रहे हैं। अगर ट्रम्प अपनी बात पर कायम रहते हैं तो इसमें से कई छात्र आसानी से अमेरिकी का ग्रीन कार्ड हासिल कर सकेंगे।
ट्रम्प का इमीग्रेशन मुद्दे पर कड़ा स्टैंड रहा है। ऐसे में उनके इस बयान को बाइडेन की नई नागरिकता नीति की काट माना जा रहा है। दरअसल, 17 जून को बाइडेन सरकार ने अवैध अप्रवासियों से जुड़ी एक नई नीति की घोषणा की थी।
बाइडेन की नई नागरिकता नीति
नए नियम के मुताबिक अमेरिका में अवैध अप्रवासी यदि अमेरिकी नागरिक से शादी करते हैं तो उन्हें नागरिकता मिल जाएगी। हालांकि इसका लाभ उन्हें ही मिलेगा जो कम से कम 10 साल तक अमेरिका में रह चुके हों और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करते हों। इसके अलावा वो बच्चे भी इसके हकदार होंगे जिनके माता-पिता में से किसी ने अमेरिकी नागरिक से शादी की है। बाइडेन सरकार का मानना है कि इससे करीब 5 लाख लोगों को फायदा होगा। इसके अलावा अमेरिकी नागरिकों के करीब 50 हजार बच्चों को भी इससे फायदा होगा।
ट्रम्प और बाइडेन की नीति में अंतर
अमेरिका में ग्रीन कार्ड स्थायी निवास कार्ड होता है। अगर ट्रंप यह योजना लागू करते हैं तो दुनिया भर के प्रतिभाशाली छात्रों और कुशल कर्मचारियों के लिए अमेरिका की नागरिकता हासिल करना आसान हो जाएगा।
बाइडेन की योजना के मुताबिक उन लोगों को भी अमेरिकी नागरिकता मिल जाएगी जो चोरी-छुपे डंकी रूट्स से अमेरिका पहुंचे हैं। ट्रम्प ऐसे लोगों को अमेरिकी नागरिकता मिलने का विरोध करते हैं।
ट्रम्प बाइडेन सरकार पर अवैध अप्रवासियों को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगा चुके हैं। ट्रम्प जन्म से ही नागरिकता देने के नियम को भी खत्म करने की बात कह चुके हैं। ट्रम्प ये बार-बार कह चुके हैं कि अगर वे फिर से राष्ट्रपति बने तो बड़े पैमाने पर अप्रवासियों को देश से बाहर निकालेंगे।