आरोपित बहनें डेढ़ साल से ट्रांसपोर्टर को ब्लैकमेल कर रही थीं। इस दौरान ट्रांसपोर्टर ने अपनी पत्नी के गहने, ट्रक और घर के अन्य सामान बेचकर आरोपित युवतियों की मांग पूरी की। जब ट्रांसपोर्टर ने और रकम देने में असमर्थता जताई, तो तो दोनों बहनों ने ट्रांसपोर्टर की पत्नी और बेटे को उसके फोटो भेज दिए। जिसके बाद हनीट्रैप की इस वारदात से पर्दा उठा।
ट्रांसपोर्टर की पत्नी ने इसकी शिकायत महिला पुलिस थाने में की, जिसके बाद पुलिस ने आरोपित युवतियों को गिरफ्तार कर उनके पास से महंगे फोन और वसूली के करीब ढाई लाख रुपये नकद बरामद किए।