श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में पिछले महीने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक नेता पर हमले के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादियों के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पुलिस ने दी। आतंकवादियों ने गत छह अक्टूबर को मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के नूनेर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गुलाम कादिर पर हमला किया था। हालांकि, वह उक्त हमले में बच गए थे। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मौके पर मारा गया था जबकि पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद अल्ताफ की भी जान चली गई थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि घटना पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने एक मामला दर्ज किया था और जांच की गई। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान एक व्यक्ति की संलिप्तता का पता चला था जिसकी पहचान कैसर अहमद शेख के रूप में की गई जो जिले के सेर्क इलाके का रहने वाला है और एक अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता है। अधिकारी ने कहा कि हालांकि, शेख ने पूछताछ करने वाले जांच अधिकारियों को चकमा देने की कोशिश की और तब इलेक्ट्रॉनिक निगरानी इकाई के माध्यम से तकनीकी जानकारी मांगी गई, जिसमें कुछ 'काने वाले तथ्य' सामने आए। अधिकारी ने कहा कि इस विषय पर लगातार पूछताछ से पता चला कि वह हिजबुल मुजाहिदीन का सक्रिय सदस्य है और उसने हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि इसके बाद शेख को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खुलासे के आधार पर पुलिस ने एक पिस्तौल, एक मैगजीन और तीन गोलियां, कुछ पाकिस्तानी झंडे बरामद किए। अधिकारी ने बताया कि शेख ने आतंकवादियों के दो और सहयोगियों के नामों का भी खुलासा किया- एसकेआईएमएस में एटीएम गार्ड के रूप में काम करने वाले एवं बर्नबुग कंगन निवासी हिलाल अहमद मीर और एसएमएचएस में एक निजी सुरक्षा गार्ड के तौर पर कार्यरत एवं सेर्च निवासी आसिफ अहमद मीर। उन्होंने बताया कि इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके कब्जे से एक चीनी पिस्तौल और गोला-बारूद, दो डेटोनेटर, पाकिस्तानी झंडे और अन्य सामग्री बरामद की। अधिकारी ने कहा, "तीनों दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों के संपर्क में आए थे और उन्हें स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या की सूची तैयार करने और उन पर हमला करने का काम सौंपा गया था।" उन्होंने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है और इसमें और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।